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मंत्रिमंडल जल्द ही MSME के लिए 100 करोड़ रुपये की ऋण गारंटी योजना पर फैसला करेगा: सीतारमण
- Sunday November 10, 2024
- Reported by: भाषा
केंद्रीय वित्त मंत्री ने यहां राष्ट्रीय एमएसएमई क्लस्टर संपर्क कार्यक्रम’ में कहा, ‘‘100 करोड़ रुपये की ऋण गारंटी योजना जल्द ही मंत्रिमंडल के समक्ष रखी जाएगी.
- ndtv.in
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हर सेक्टर को बजट से खास उम्मीदें, नोए़डा में 20 हजार से ज्यादा एमएसएमई उद्यमी उत्साहित
- Tuesday July 23, 2024
- Reported by: IANS
Budget 2024: नोएडा में एमएसएमई इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह नाहटा का कहना है कि एमएसएमई सेक्टर को सबसे ज्यादा दिक्कत बैंकों से होती है और वित्त मंत्रालय को इन बैंकों पर लगाम लगानी चाहिए. इसके इंटरेस्ट रेट को रेगुलराइज करना चाहिए.
- ndtv.in
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सरकार MSME को वेतन भुगतान में मदद के लिए कर्ज को लेकर क्रेडिट गारंटी योजना पर कर रही विचार
- Monday May 11, 2020
- Reported by: भाषा
सूत्रों के अनुसार यह कर्ज मुख्य रूप से वेतन भुगतान के लिए होगा और प्रस्तावित ऋण गारंटी कोष के जरिए इसमें गारंटी दी जाएगी. इससे बैंकों का पैसा किसी कर्जदार द्वारा चूक की स्थिति में सुरक्षित होगा. एमएसएमई क्षेत्र का देश के जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद)28 प्रतिशत से अधिक योगदान है जबकि निर्यात में योगदान 40 प्रतिशत से ज्यादा है.
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मंत्रिमंडल जल्द ही MSME के लिए 100 करोड़ रुपये की ऋण गारंटी योजना पर फैसला करेगा: सीतारमण
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केंद्रीय वित्त मंत्री ने यहां राष्ट्रीय एमएसएमई क्लस्टर संपर्क कार्यक्रम’ में कहा, ‘‘100 करोड़ रुपये की ऋण गारंटी योजना जल्द ही मंत्रिमंडल के समक्ष रखी जाएगी.
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हर सेक्टर को बजट से खास उम्मीदें, नोए़डा में 20 हजार से ज्यादा एमएसएमई उद्यमी उत्साहित
- Tuesday July 23, 2024
- Reported by: IANS
Budget 2024: नोएडा में एमएसएमई इंडस्ट्रियल एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह नाहटा का कहना है कि एमएसएमई सेक्टर को सबसे ज्यादा दिक्कत बैंकों से होती है और वित्त मंत्रालय को इन बैंकों पर लगाम लगानी चाहिए. इसके इंटरेस्ट रेट को रेगुलराइज करना चाहिए.
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सरकार MSME को वेतन भुगतान में मदद के लिए कर्ज को लेकर क्रेडिट गारंटी योजना पर कर रही विचार
- Monday May 11, 2020
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सूत्रों के अनुसार यह कर्ज मुख्य रूप से वेतन भुगतान के लिए होगा और प्रस्तावित ऋण गारंटी कोष के जरिए इसमें गारंटी दी जाएगी. इससे बैंकों का पैसा किसी कर्जदार द्वारा चूक की स्थिति में सुरक्षित होगा. एमएसएमई क्षेत्र का देश के जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद)28 प्रतिशत से अधिक योगदान है जबकि निर्यात में योगदान 40 प्रतिशत से ज्यादा है.
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