शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे.
नई दिल्ली:
केंद्रीय बजट 2018 से बीजेपी के समर्थक काफी खुश हैं वहीं, विरोधी दलों के अलावा बीजेपी के साथ सत्ता में शामिल कुछ दल नाराज हैं. बजट 2018 पर शिवसेना ने नाराजगी जताई है जबकि आंध्र प्रदेश से सहयोगी दल टीडीपी ने भी बजट पर निराशा जताई है. शिवसेना की ओर से पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने बात रखी है. आदित्य ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के ट्वीट पर रिएक्शन दिया है. देवेंद्र फडणवीस ने बजट में मुंबई में ट्रेनों के विस्तार के लिए दिए गए 40 हजार करोड़ रुपये की घोषणा के बाद मुंबई वासियों को जश्न मनाने के लिए कहा. इस ट्वीट पर आदित्य ठाकरे ने अपनी प्रतिक्रिया दी.
ठाकरे ने लिखा कि जश्न मनाने की कोई बात नहीं है. हम पर कोई एहसान नहीं हुआ है. हम ऐसा होने की उम्मीद कर रहे थे. यह हमारा हक है. हम जितना सालों से देते आ रहे हैं उसके हिसाब से मुंबई को मिलना चाहिए.
उधर, आंध्र प्रदेश से खबर है कि टीडीपी में बजट में प्रदेश को खास नहीं मिलने से नाराज है. टीडीपी के मंत्री वाय एस चौधरी से बात होने पर उन्होंने बताया कि टीडीपी के एनडीए से बाहर आने या मंत्रियों के इस्तीफे की खबर गलत है.
शिवसेना का दर्द : बीजेपी से गठबंधन तोड़ना शिवसेना की खिसियाहट
उन्होंने कहा कि विजयवाड़ा में पार्टी की संसदीय बोर्ड की बैठक रूटीन सामान्यतः संसद सत्र से पहले यह बैठक होती है. बजट में आंध्र प्रदेश को अधिक नहीं दिया गया है, इससे निराशा है. रविवार की बैठक में सब मुद्दों पर चर्चा होगी. लेकिन समर्थन वापसी या मंत्रियों के इस्तीफे का सवाल ही नहीं उठता. जो भी दिक़्क़तें हैं उसके बारे में उचित मंच पर चर्चा होगी.
केन्द्रीय मंत्री और तेलुगू देशम पार्टी के वरिष्ठ नेता वाईएस चौधरी ने केन्द्रीय बजट 2018-19 में आंध्र प्रदेश के लिए आवंटित संसाधनों को लेकर आज निराशा जाहिर की और कहा कि पार्टी दक्षिणी राज्यों के अपेक्षित हिस्से के लिए संघर्ष करती रहेगी. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री चौधरी ने कहा कि आंध्र के लेाग बजट से असंतुष्ट हैं. उन्होंने कहा, ‘‘आज पेश किये गये केन्द्रीय बजट से लोग और पार्टी निराश है. राज्य से संबंधित कई मुद्दों जैसे रेलवे, पोलावरम परियोजना, राजधानी अमरावती के लिए पूंजी समेत राज्य के कई अन्य लंबित मुद्दों पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया गया है.’’
लंबित आधारभूत परियोजनाओं पर मंत्री ने कहा कि पिछले चार वर्षों से इनमें कोई प्रगति नहीं हुई है. चौधरी ने कहा, ‘‘हम गठबंधन में हैं और अपने हिस्से के लिए संघर्ष करेंगे.’’
उन्होंने कहा कि पार्टी के नेता ‘‘2019 के चुनावों तक केन्द्र पर दबाव’’ बनाएंगे. श्रीकाकुलम से टीडीपी सांसद राम मोहन नायडू ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री चन्द्रबाबू नायडू ने दिल्ली की कई बार यात्रा की, लेकिन केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अपने बजट भाषण के दौरान उनके नाम का एक बार भी उल्लेख नहीं किया.’’ केन्द्र की राजग सरकार का हिस्सा टीडीपी आंध्र प्रदेश को विशेष श्रेणी का दर्जा दिये जाने की मांग कर रही है. लेकिन केन्द्र सरकार ने इस मांग को खारिज कर दिया था.
ठाकरे ने लिखा कि जश्न मनाने की कोई बात नहीं है. हम पर कोई एहसान नहीं हुआ है. हम ऐसा होने की उम्मीद कर रहे थे. यह हमारा हक है. हम जितना सालों से देते आ रहे हैं उसके हिसाब से मुंबई को मिलना चाहिए.
With all due respect sir, I beg to differ on the word “celebrate”, makes it seem like a favour on us Mumbaikars. We hope it will really come. It is our right compared to how much Mumbai gives to the centre each year vis a vis what we get in return. (1/2) https://t.co/VG90D9EtLz
— Aaditya Thackeray (@AUThackeray) February 1, 2018
उधर, आंध्र प्रदेश से खबर है कि टीडीपी में बजट में प्रदेश को खास नहीं मिलने से नाराज है. टीडीपी के मंत्री वाय एस चौधरी से बात होने पर उन्होंने बताया कि टीडीपी के एनडीए से बाहर आने या मंत्रियों के इस्तीफे की खबर गलत है.
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उन्होंने कहा कि विजयवाड़ा में पार्टी की संसदीय बोर्ड की बैठक रूटीन सामान्यतः संसद सत्र से पहले यह बैठक होती है. बजट में आंध्र प्रदेश को अधिक नहीं दिया गया है, इससे निराशा है. रविवार की बैठक में सब मुद्दों पर चर्चा होगी. लेकिन समर्थन वापसी या मंत्रियों के इस्तीफे का सवाल ही नहीं उठता. जो भी दिक़्क़तें हैं उसके बारे में उचित मंच पर चर्चा होगी.
केन्द्रीय मंत्री और तेलुगू देशम पार्टी के वरिष्ठ नेता वाईएस चौधरी ने केन्द्रीय बजट 2018-19 में आंध्र प्रदेश के लिए आवंटित संसाधनों को लेकर आज निराशा जाहिर की और कहा कि पार्टी दक्षिणी राज्यों के अपेक्षित हिस्से के लिए संघर्ष करती रहेगी. विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री चौधरी ने कहा कि आंध्र के लेाग बजट से असंतुष्ट हैं. उन्होंने कहा, ‘‘आज पेश किये गये केन्द्रीय बजट से लोग और पार्टी निराश है. राज्य से संबंधित कई मुद्दों जैसे रेलवे, पोलावरम परियोजना, राजधानी अमरावती के लिए पूंजी समेत राज्य के कई अन्य लंबित मुद्दों पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया गया है.’’
लंबित आधारभूत परियोजनाओं पर मंत्री ने कहा कि पिछले चार वर्षों से इनमें कोई प्रगति नहीं हुई है. चौधरी ने कहा, ‘‘हम गठबंधन में हैं और अपने हिस्से के लिए संघर्ष करेंगे.’’
उन्होंने कहा कि पार्टी के नेता ‘‘2019 के चुनावों तक केन्द्र पर दबाव’’ बनाएंगे. श्रीकाकुलम से टीडीपी सांसद राम मोहन नायडू ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री चन्द्रबाबू नायडू ने दिल्ली की कई बार यात्रा की, लेकिन केन्द्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने अपने बजट भाषण के दौरान उनके नाम का एक बार भी उल्लेख नहीं किया.’’ केन्द्र की राजग सरकार का हिस्सा टीडीपी आंध्र प्रदेश को विशेष श्रेणी का दर्जा दिये जाने की मांग कर रही है. लेकिन केन्द्र सरकार ने इस मांग को खारिज कर दिया था.
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