
- मायावती ने कांशीराम की पुण्यतिथि पर लखनऊ में बीएसपी रैली में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया.
- मायावती ने आरोप लगाया कि SP ने सत्ता में रहते कांशीराम के नाम पर बनाए गए जिले का नाम बदल दिया.
- मायावती ने योगी सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह सरकार समाजवादी पार्टी जैसी नहीं है.
मायावती अपना खोया हुआ जनाधार वापस पाने के लिए हर कोशिश में जुटी हैं. इसके लिए कांशीराम की पुण्यतिथि से बढ़िया मौका कोई और हो ही नहीं सकता. लखनऊ में आज बहुजन समाज पार्टी की रैली हो रही है. इस रैली में मायावती पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों को संबोधित करते हुए जहां समाजवादी पार्टी पर हमला बोला, वहीं योगी सरकार की जमकर तारीफ भी की. मायावती ने कहा कि योगी सरकार सपा जैसी नहीं है. इतना ही नहीं उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट कर सपा को दोगला तक कह दिया.
#WATCH | लखनऊ, उत्तर प्रदेश: बसपा प्रमुख मायावती ने कहा, "...जब वे(समाजवादी पार्टी) सरकार में रहते हैं तो न उन्हें PDA याद आता है, न कांशीराम जी की जयंती और न ही पुण्यतिथि लेकिन जब वे सत्ता से बाहर हो जाते हैं तो समाजवादी पार्टी को याद आता है कि हमें संगोष्ठी करनी चाहिए। मैं… pic.twitter.com/GcfyPII5UL
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 9, 2025
सपा पर हमलावर मायावती ने कहा कि जब वह सरकार में रहते हैं तब न उन्हें PDA याद आता है, न कांशीराम जी की जयंती और न ही पुण्यतिथि. लेकिन जब वे सत्ता से बाहर हो जाते हैं तब समाजवादी पार्टी को संगोष्ठी करने की याद आती है. अखिलेश यादव से मैं पूछना चाहती हूं कि अगर कांशीराम जी के प्रति आपका इतना ही आदर सम्मान था तो जब यूपी में हमारी सरकार थी और हमने अलीगढ़ मंडल में कासगंज नाम से एक जिला बनाया और उस जिले का नाम कांशीराम जी के नाम पर रखा था, उसका नाम सत्ता में आते ही आपने बदल क्यों दिया. हमने कांशीराम जी के नाम पर अनेकों संस्थानों के नाम रखें, अनेक योजनाएं शुरू की जिसे समाजवादी पार्टी ने सत्ता में आते ही बंद कर दिया. यह उनका दोहरा चरित्र नहीं है तो और क्या है.
बीएसपी किसी से नहीं करेगी गठबंधन
मायावती ने एक बार फिर साफ किया कि बीएसपी किसी गठबंधन का हिस्सा नहीं बनेगी. साल 2022 में विधानसभा और 2024 में लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने वाली बीएसपी अब 2027 के विधानसभा चुनाव में भी अकेले चुनाव मैदान में उतरेगी.

बीएसपी कार्यकर्ताओं और समर्थकों को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा कि बसपा शासनकाल में बने जिस कांशीराम स्मारक पर आप लोग अब तक श्रद्धांजलि नहीं दे पा रहे थे,क्यों कि इस स्मारक के कुछ हिस्सों की समय पर मरम्मत ही नहीं की गई थी. लेकिन अब जब इसका अधिकांश हिस्सा पूरा हो गया है, तो आप लोगों ने यहां बड़ी संख्या में जुटकर अपने ही सभी पिछले रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं और लाखों की संख्या में कांशीराम को श्रद्धांजलि देने लोग इकट्ठा हुए हैं.
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