मुंबई आतंकवादी हमले के शिकार एक ब्रिटिश व्यक्ति ताजमहल पैलेस होटल के मालिकों पर मुकदमा ठोक रहा है। उसका आरोप है कि मालिकों ने आतंकवादी हमले की चेतावनी के बावजूद इमारत की उचित तरीके से सुरक्षा नहीं की थी।
विल पाइके के वकीलों ने बताया कि वे लंदन के हाईकोर्ट में टाटा समूह का हिस्सा भारतीय होटल कंपनी लिमिटेड के खिलाफ क्षतिपूर्ति के लिए दीवानी दावा पेश करने जा रहे हैं।
एक सदी पुराना यह होटल मुंबई हमले के दौरान मुख्य निशाना था। हमला पांच साल पहले मंगलवार को शुरू हुआ था और इस हमले में 160 से अधिक लोग मारे गए थे। बंदूकधारियों के होटल में प्रवेश करने के समय वहां सैंकड़ों मेहमान ठहरे हुए थे। आतंकवादियों ने अंधाधुंध गोलीबारी करते हुए कमरों में आग लगा दी थी।
पाइके के वकीलों ने कहा है कि वर्ष 2008 सीएनएन साक्षात्कार में टाटा समूह के तत्कालीन अध्यक्ष ने पुष्टि की थी कि होटल को चेतावनी दी गई थी।
वकील रसेल लेवी ने कहा, होटल को स्पष्ट चेतावनी दी गई थी कि हमला हो सकता है और वे निशाने पर हैं। उन्होंने कहा, इसके बावजूद उन्होंने सुरक्षा इंतजाम नहीं किए, जिससे कि आतंकवादी हो सकता है कोई और निशाना चुनते या वे इस तरीके से हमला नहीं कर पाते, जैसा कि उन्होंने किया।
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