नई दिल्ली:
राजस्थान के दौसा जिले में बीपीएल कार्ड धारकों को सरकार की वजह से शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा है. सरकारी आदेश के मुताबिक इन कार्ड धारकों के घरों की दीवारों पर लिखा गया है कि वह गरीब हैं और एनएफएसए के तहत गेहूं लेते हैं. जब इस मामले की पड़ताल के लिए हमारी टीम मौके पर पहुंची गई तो देखकर हैरान रह गई.
घरों की दीवारों पर लिखा है 'मैं ग़रीब परिवार से हूं और राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम यानि एनएफ़एसए के तहत गेहूं लेता हूं.' दीवारों पर इस तरह की बातें लिखकर एक तरह से इन लोगों पर गरीब होने का ठप्पा लगा दिया गया है. वहीं ये परिवार गरीबी का मजाक बनाए जाने पर काफी शर्म महसूस कर रहे हैं.
मामले ने जब तूल पकड़ा तो प्रदेश कांग्रेस ने राजस्थान सरकार को निशाने पर ले लिया है. जबकि सरकार की ओर से सफाई दी गई है कि कांग्रेस की सरकार में ऐसे लोगों को बीपीएल कार्ड धारक बना दिया गया है जो इसके पात्र नहीं थे अब इन लोगों को स्कीम से बाहर रखने के लिए सरकार ने यह कदम उठाया है.
घरों की दीवारों पर लिखा है 'मैं ग़रीब परिवार से हूं और राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम यानि एनएफ़एसए के तहत गेहूं लेता हूं.' दीवारों पर इस तरह की बातें लिखकर एक तरह से इन लोगों पर गरीब होने का ठप्पा लगा दिया गया है. वहीं ये परिवार गरीबी का मजाक बनाए जाने पर काफी शर्म महसूस कर रहे हैं.
मामले ने जब तूल पकड़ा तो प्रदेश कांग्रेस ने राजस्थान सरकार को निशाने पर ले लिया है. जबकि सरकार की ओर से सफाई दी गई है कि कांग्रेस की सरकार में ऐसे लोगों को बीपीएल कार्ड धारक बना दिया गया है जो इसके पात्र नहीं थे अब इन लोगों को स्कीम से बाहर रखने के लिए सरकार ने यह कदम उठाया है.
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