जामिया यूनिवर्सिटी के छात्रों पर हुई पुलिस कार्रवाई पर दिल्ली प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष और सांसद मनोज तिवारी ने कहा है कि जामिया में आग आम आदमी पार्टी ने लगाई है. पूरा वीडियो आ गया है. ओखला के विधायक ने भड़काऊ भाषण दिया था. उसके बाद हिंसा हुई. मनोज तिवारी ने कहा कि छात्रों के साथ जो हुआ है उसकी जांच होनी चाहिए. सभी छात्रों के साथ ऐसा नहीं होना चाहिए. तिवारी ने दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने पुलिस के आग लगाने का झूठा वीडियो शेयर किया है. आप उसको मोहरा बना रहे हो. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जामिया के गेट से डेढ़ किलोमीटर दूर हिंसा करने की इजाजत कौन देगा. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि जिस बस में आग लगाई गई थी कि अगर उसकी सीएनजी फट जाती...मनोज तिवारी ने सवाल करते हुए कहा कि जब आप आगजनी करोगे तो पुलिस आपकी आरती उतारेगी. मनोज तिवारी ने कहा कि अपराधी छात्रों के साथ साजिश करके जामिया में घुसे तभी वे तकलीफ में आये. मनोज तिवारी ने कहा, 'पुलिस आग बुझा रही है तो मनीष ट्वीट कर रहे हैं कि आग लगा रही है. आप पार्टी के विधायक अमानुल्लाह खान का भाषण देखिए. इसके साथ ही विपक्ष के नेताओं के आरोप कि इस साजिश के पीछे गृहमंत्री अमित शाह का हाथ है तो इस पर बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि अगर अमित शाह की साजिश होगी तो ये लोग बोलने लायक नहीं रहेंगे.
जामिया यूनिवर्सिटी में दिल्ली पुलिस की कथित कार्रवाई के खिलाफ NHRC में मामला दर्ज
गौरतलब है कि रविवार को जामिया मिल्लिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में नागरिकता क़ानून के विरोध में हिंसक प्रदर्शन और छात्रों की बर्बर पिटाई के बाद रात भर पुलिस मुख्यालय के बाहर छात्रों का प्रदर्शन जारी रहा. जामिया के साथ जेएनयू और डीयू के छात्र जामिया के छात्रों के समर्थन में जुटे और पुलिस और सरकार के ख़िलाफ़ नारेबाज़ी करते रहे. तड़के चार बजे के क़रीब छात्र पुलिस मुख्यालय से हट गए. इससे पहले कल शाम जामिया नगर में नागरिकता क़ानून के विरोध में प्रदर्शन बेक़ाबू हो गया. कुछ लोग हिंसा और आगज़नी पर उतर आए. अज्ञात लोगों ने डीटीसी की तीन बसों को फूंक दिया और कई गाड़ियों में तोड़-फोड़ की गई. इस प्रदर्शन में जामिया मिल्लिया यूनिवर्सिटी के छात्र भी शामिल थे, लेकिन आगज़नी और तोड़-फोड़ किसने की, ये अभी साफ़ नहीं हो पाया है. आगज़नी और तोड़फोड़ की कार्रवाई के बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े जिससे वहां अफ़रातफ़री मच गई. सड़क पर हो रही हिंसा पर कुछ हद तक काबू पाने के बाद पुलिस बिना इजाज़त जामिया मिल्लिया के कैंपस में घुस गई जहां छात्रों पर लाठीचार्ज हुआ. पुलिस यूनिवर्सिटी की लाइब्रेरी में भी घुसी और वहां पढ़ रहे छात्र-छात्राओं को साथ बेरहमी से मार-पिटाई की. बाद में पुलिस ने छात्रों को कैंपस के बाहर निकाल कर उनके हाथ ऊपर कर सड़क पर उनकी परेड कराई. पुलिस की मार-पिटाई में कई छात्र-छात्राओं को बुरी तरह चोट आई है.
जामिया और AMU के बाद अब लखनऊ की यूनिवर्सिटी में भी पुलिस-छात्रों में भिड़ंत
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