मध्य प्रदेश में भाजपा (BJP) के एक विधायक ने स्थानीय निकाय चुनावों को लेकर अपनी ही पार्टी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा है कि पार्टी अपने फायदे के लिए पूरी सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल करती है. 2020 में सत्ता में आई शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) सरकार के लिए ये आरोप शर्मिंदगी का सबब बन सकता है. मैहर (सतना) से चार बार के विधायक नारायण त्रिपाठी ने कहा, "मैं भाजपा के खिलाफ नहीं हूं, लेकिन जो हो रहा है, वह वास्तव में मुझे पीड़ा देता है."
BJP विधायक नारायण त्रिपाठी ने कहा,”मैं इस क्षेत्र (मैहर) का दौरा करता रहा हूं. मैं देखता हूं कि पटवारी से लेकर शीर्ष तक के अधिकारी किसी खास पार्टी के लिए प्रचार करते रहते हैं. भाजपा को वोट दिलाने के लिए ये अधिकारी काम कर रहे हैं. मैं एक बीजेपी विधायक हूं लेकिन जब मैं इस तरह की घटनाएं देखता हूं मैं परेशान हो जाता हूं. इस देश में आज 2 मिनट में सरकार गिराई जा सकती है, स्थानीय निकाय चुनावों में भी यही हो रहा है. ऐसा नहीं होना चाहिए.”
नारायण त्रिपाठी के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) ने कहा, "भाजपा में कोई तो है जिसने सच बोलने की हिम्मत की. बधाई और धन्यवाद नारायण त्रिपाठी जी, आपने हजारों प्रतियोगियों के दर्द को सामने लाया है. पीठासीन अधिकारियों ने लोकतंत्र का खुले तौर पर गला घोंट दिया है."
विधायक त्रिपाठी की पहचान एक दलबदलू नेता के रूप में है.
उन्होंने 2003 में मैहर से समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के रूप में, 2013 में कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में, 2016 के उपचुनाव में भाजपा के उम्मीदवार के रूप में और फिर 2018 में भाजपा के टिकट पर जीत हासिल की.
वह भाजपा के उन दो विधायकों में शामिल थे, जिन्होंने जुलाई 2019 में विधानसभा में एक विधेयक पर तत्कालीन सत्तारूढ़ कांग्रेस के विधायकों के साथ मतदान किया था. अभी यह देखना बाकी है कि त्रिपाठी 2023 का विधानसभा चुनाव किस पार्टी के टिकट पर लड़ते हैं-- भाजपा, कांग्रेस या फिर कोई दूसरी पार्टी.
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