विज्ञापन

महिला कमांडो, 100 किलोमीटर पैदल यात्रा, 31 नक्सली ढेर, जानिए बीजापुर मुठभेड़ की कहानी

Bijapur Encounter Real Story: मुठभेड़ स्थल बीजापुर जिला मुख्यालय से लगभग 80 किलोमीटर दूर और महाराष्ट्र सीमा से छत्तीसगढ़ के भीतर 40 किलोमीटर दूर है.

महिला कमांडो, 100 किलोमीटर पैदल यात्रा, 31 नक्सली ढेर, जानिए बीजापुर मुठभेड़ की कहानी
Bijapur Encounter Real Story: मुठभेड़ के बाद सुरक्षाबलों को हवाई सहायता दी गई.

Bijapur Encounter In Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र में रविवार को हुई मुठभेड़ में 31 नक्सलियों को मार गिराया गया. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी इस  पर सुरक्षा बलों की जमकर सराहना की थी. अब इस मुठभेड़ को कैसे अंजाम दिया गया इसके बारे में पुलिस अधिकारियों ने जानकारी दी है. पुलिस अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि मुठभेड़ स्थल पर पहुंचने के लिये सुरक्षा बलों ने पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र के लॉन्च पैड का इस्तेमाल किया गया था.

क्यों जुटे थे नक्सली?

एक पुलिस अधिकारी ने बताया, ''हमें माओवादियों की तेलंगाना राज्य समिति, पश्चिम बस्तर संभाग और राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र समिति के नक्सलियों के इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र के जंगलों में मौजूद होने की सूचना मिली थी. नक्सली मार्च और जून के बीच आयोजित किए जाने वाले उनके सामरिक अभियान ‘टैक्टिकल काउंटर ऑफेंसिव कैंपेन' (टीसीओसी) से पहले एक बैठक के लिए आए थे. इस अभियान के दौरान वे अपनी गतिविधियां बढ़ाते हैं.''

सात फरवरी से मिशन शुरू

इसके बाद राज्य पुलिस की इकाई जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), विशेष कार्य बल (एसटीएफ) और बस्तर फाइटर्स के जवानों को सात फरवरी को क्षेत्र में अलग-अलग दिशाओं से रवाना किया गया था. अधिकारी ने बताया, ''रणनीतिक रूप से कुछ दलों को पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र पुलिस के लॉन्च पैड से इंद्रावती राष्ट्रीय उद्यान में भेजा गया था.''नौ फरवरी की सुबह, गश्ती दल एक पहाड़ी पर पहुंचा, तब वहां नक्सलियों की गतिविधि देखी गई. जब सुबह लगभग आठ बजे सुरक्षा बलों ने पहाड़ी को घेरना शुरू किया, तब गोलीबारी शुरू हो गई.

Latest and Breaking News on NDTV

अधिकारी ने बताया, ''गोलीबारी के दौरान नक्सली दो समूहों में बंट गए. एक समूह जिसमें तेलंगाना राज्य समिति के नक्सली शामिल थे, पीछे हटने लगे. जबकि दूसरा समूह गोलीबारी करता रहा.'' उन्होंने बताया कि इस दौरान महाराष्ट्र की ओर से घुसे गश्ती दलों ने नक्सलियों को चकित कर दिया, क्योंकि उन्हें उस दिशा से बलों की गतिविधि का अनुमान नहीं था. वे संख्या में कम थे. अधिकारी ने बताया कि क्षेत्र में रुक-रुक कर गोलीबारी शाम करीब चार बजे तक जारी रही. सुरक्षाबलों के मार्ग बदलने की रणनीति ने अभियान में बड़ी सफलता हासिल करने में मदद की और इस अभियान में 31 नक्सलियों को मार गिराया गया.

Latest and Breaking News on NDTV

मुठभेड़ स्थल बीजापुर जिला मुख्यालय से लगभग 80 किलोमीटर दूर और महाराष्ट्र सीमा से छत्तीसगढ़ के भीतर 40 किलोमीटर दूर है. अधिकारी ने बताया कि तीन दिनों तक चले अभियान के दौरान सुरक्षाकर्मियों ने लगभग 100 किलोमीटर पैदल यात्रा की. अधिकारी ने बताया कि मुठभेड़ के बाद सुरक्षाबलों ने माओवादियों के शवों को अस्थायी स्ट्रेचर की मदद से लगभग पांच किलोमीटर दूर लाए, जिसके बाद हवाई सहायता मांगी गई. उन्होंने बताया, ''सुरक्षा बलों के लिए 31 शवों को अपने कंधों पर लगभग 45 किलोमीटर पैदल चलकर लाना संभव नहीं था, क्योंकि वे सात फरवरी से अभियान में शामिल थे और पहले से ही थके हुए थे. इसलिए, शहीद जवानों और दो घायल कर्मियों के शवों को निकालने के साथ ही हमने नक्सलियों के शवों को हवाई मार्ग से ले जाने का भी फैसला किया.''

Latest and Breaking News on NDTV

अधिकारी ने बताया कि पानी की कमी से पीड़ित कुछ जवानों, जिनमें ज्यादातर महिला कमांडो थीं, को भी हवाई मार्ग से बीजापुर ले जाया गया. उन्होंने बताया कि मुठभेड़ स्थल से 24 हथियार और भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद किए गए हैं. मारे गए 31 नक्सलियों में से पांच की पहचान खूंखार नक्सलियों के रूप में की गई है, जिन पर कुल 25 लाख रुपये का इनाम है. इन पांच खूंखार माओवादियों में से माओवादियों की पश्चिम बस्तर संभाग समिति के सदस्य हुंगा कर्मा पर आठ लाख रुपये का इनाम है. 

Latest and Breaking News on NDTV

माओवादियों का पश्चिम और दक्षिण बस्तर संभाग बस्तर क्षेत्र में नक्सलियों का सबसे मजबूत समूह है और पिछले एक साल में पश्चिम बस्तर संभाग के कई प्रमुख नक्सलियों को मार गिराया गया है. इस वर्ष अब तक राज्य में मारे गए 81 नक्सलियों में से 65 बस्तर संभाग में मारे गए. बस्तर संभाग में बीजापुर सहित सात जिले शामिल हैं. पुलिस के अनुसार, पिछले वर्ष छत्तीसगढ़ में अलग-अलग मुठभेड़ों में सुरक्षा बलों ने 219 नक्सलियों को मार गिराया था. बीजापुर में 31 नक्सलियों को ढेर करने पर गृह मंत्री अमित शाह ने सुरक्षाबलों को बधाई देते हुए कहा कि 31 मार्च 2026 से पहले हम देश से नक्सलवाद को जड़ से समाप्त कर देंगे. इसके साथ ही उन्होंने नक्सल विरोधी अभियान के दौरान 2 जवानों की शहादत पर शोक जताया.

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे: