बिहार : गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से आम जनजीवन प्रभावित, जान जोखिम में डालकर पुल पार कर रहे ग्रामीण

ग्रामीणों के सहयोग से चचरी पुल बनाकर ग्रामीण आवागमन कर रहे हैं. ग्रामीणों ने बताया कि वर्ष 2022 में अहमदाबाद प्रखंड मुख्यालय से लेकर गोलाघाट तक सड़क का निर्माण कराया गया था.

बिहार :  गंगा नदी का जलस्तर बढ़ने से आम जनजीवन प्रभावित, जान जोखिम में डालकर पुल पार कर रहे ग्रामीण

जान जोखिम में डालकर पुल पार कर रहे ग्रामीण

कटिहार जिले के अमदाबाद प्रखंड में गंगा नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि होने के कारण आम जनजीवन प्रभावित हो गया है, वहीं निचले इलाके के साथ-साथ क्षेत्र में कई जगह बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है. बता दें कि बढ़ते बाढ़ के पानी के कारण कई जगह आवागमन बाधित हो गया है.

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जलस्तर बढ़ने से आम जनजीवन प्रभावित

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ग्रामीणों के सहयोग से चचरी पुल बनाकर ग्रामीण आवागमन कर रहे हैं. ग्रामीणों ने बताया कि वर्ष 2022 में अहमदाबाद प्रखंड मुख्यालय से लेकर गोलाघाट तक सड़क का निर्माण कराया गया था. लेकिन बाढ़ की तबाही के कारण इस वर्ष ही कई जगह सड़क जर्जर हो गई है.

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कई जगह आवागमन बाधित हो गया है

वहीं, बढ़ते बाढ़ के पानी के कारण सैकड़ों एकड़ में लगे पटसन की फसल डूब गई. किसान डूबी फसल को काटकर इकट्ठा करने में जुटे हैं.

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ग्रामीण अपनी जान जोखिम में डालकर इसी चचरी पुल के सहारे आवागमन कर रहे हैं

बड़ी बात यह है कि अब तक टूटे हुई सड़क को देखने के लिए कोई अधिकारी नहीं पहुंचा है और न ही अब तक सड़क की मरम्मत कराई गई है.

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ग्रामीणों ने खुद अपने ही हाथों से बांस की बत्ती से चचरी पुल तैयार किया

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हालत अब यह है कि ग्रामीणों ने खुद अपने ही हाथों से बांस की बत्ती से चचरी पुल तैयार किया और उसी से होकर आवागमन करने लगे.

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सैकड़ों एकड़ में लगे पटसन की फसल डूब गई

लेकिन लगातार गंगा नदी के जलस्तर में वृद्धि होने के कारण अब हालात यह है कि चचरी पुल के ऊपर से पानी बहने लगा है, जो लोगों के लिए एक बड़ी मुसीबत बन गई है.

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चचरी पुल के ऊपर से पानी बहने लगा है

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अब तक प्रशासन की ओर से यहां नाव की भी व्यवस्था नहीं कराई गई है, जिससे ग्रामीण अपनी जान जोखिम में डालकर इसी चचरी पुल के सहारे आवागमन कर रहे हैं.