बिहार के पटना में विपक्षी दलों की बैठक के समापन के बाद मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि नीतीश कुमार ने कहा कि ये अच्छी मुलाकात रही. एक साथ चलने की सहमति बनी है. अगली मीटिंग मल्लिकार्जुन खरगे अगले महीने करेंगे, जो शासन में हैं वो देशहित में काम नहीं कर रहे हैं. जो काम हो रहा है, उसको लेकर चिंता है. अगर एक राज्य के सामने कोई चुनौती आती है तो सब साथ रहेंगे.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अगली बैठक कुछ दिन के बाद सब पार्टियों की फिर से की जाएगी. अगली बैठक में तय होगा की कौन कहां लड़ेगा, जो शासन में है वे देश के हित में काम नहीं कर रहे हैं. वे सब इतिहास बदल रहे हैं. हम सबका अभिनंदन करते हैं.
वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि हम 10 या 12 जुलाई को शिमला में फिर से मिल रहे हैं, जिसमें हम एक सामान्य एजेंडा तैयार करेंगे. हमें हर राज्य में अलग-अलग तरह से काम करना पड़ेगा. हम सभी का मकसद एक है कि हमें भाजपा को सत्ता से बाहर करना है. इसलिए हम सब साथा चल रहे हैं.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि यह विचारधारा की लड़ाई है, हम एक साथ खड़े हैं, हमारे बीच थोड़ा-बहुत मतभेद हो सकते हैं, लेकिन हमें मिलकर काम करना है, क्योंकि भाजपा और आरएसएस हिंदुस्तान की नींव पर आक्रमण कर रही है. यह विचारधारा की लड़ाई है और हम साथ खड़े हैं. हमने निर्णय लिया है कि हम एक साथ काम करेंगे और अपनी सामान्य विचारधारा की रक्षा करेंगे. यह विपक्षी एकता की प्रक्रिया है जो धीरे-धीरे आगे बढ़ेगी.
बिहार की राजधानी पटना में आज विपक्षी नेताओं की महाबैठक हुई. इसमें कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, जेडीयू नेता नीतीश कुमार, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव, NCP प्रमुख शरद पवार, शिवसेना (UBT) के प्रमुख उद्धव ठाकरे, PDP प्रमुख महबूबा मुफ्ती, NC नेता फारुख अब्दुला, CPI सचिव डी. राजा, CPM सचिव सीताराम येचुरी और CPIML के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य सहित कई बड़े राजनीतिक दिग्गज शामिल हुए.
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