रूस यूक्रेन युद्ध के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कीव पहुंचकर सभी को चौंका दिया है. बाइडन को पूर्व तय कार्यक्रम के अनुसार, पोलैंड जाना था, लेकिन यूक्रेन पहुंचकर उन्होंने विदेश मामलों के जानकारों को भी हैरान कर दिया. युद्ध के बीच कीव पहुंच आखिर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन क्या संदेश देना चाह रहे हैं? सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, बाइडेन ने कीव के दौरे के दौरान यूक्रेन को 50 करोड़ डॉलर की अतिरिक्त सैन्य सहायता देने का भी ऐलान किया है. बाइडेन के इस दौरे से रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को गुस्सा जरूर आया होगा. पुतिन का ये गुस्सा आने वाले दिनों में यूक्रेन पर रूसी सेना के बढ़ते हमलों के रूप में दिखाई दे सकता है.
अंतिम क्षण तक यूक्रेन के साथ खड़ा है अमेरिका...!
यूक्रेन अभी तक रूस के खिलाफ युद्ध में टिका हुआ है, उसका सबसे बड़ा कारण है अमेरिका. ये बात किसी से छिपी नहीं है कि अमेरिका शुरुआत से यूक्रेन को हर तरह से समर्थन करता रहा है. फिर चाहे वो हथियार मुहैया करना हो या रूस पर अंतरराष्ट्रीय दबाव बनाना. अमेरिका शुरुआत से इस जंग को लेकर रूस के खिलाफ वैश्विक मंच पर माहौल बना रहा है. अब यूक्रेन पहुंचकर बाइडन ने साबित कर दिया है कि अमेरिका अंतिम क्षण तक जेलेंस्की के साथ खड़े रहेंगे. जेलेंस्की भी कई बार इस बात को स्वीकार कर चुके हैं कि अमेरिका का इस जंग में उसको काफी समर्थन मिला है.
अमेरिका की यूक्रेन को 50 करोड़ डॉलर की अतिरिक्त मदद
एक साल के बाद भी यूक्रेन-रूस युद्ध अभी तक किसी निर्णायक मोड़ पर नहीं पहुंचा है. हालांकि, जेलेंस्की ये दावा कर रहे हैं कि 2023 उनकी जीत का साल होगा. लेकिन इस बात में कोई दम नहीं है. रूस ने पिछले कुछ दिनों में यूक्रेन में हमले तेज कर दिए हैं. रूस एक साल पूरे होने के मौके पर और आक्रामक होने की तैयारी में है. ऐसे में यूक्रेन को अतिरिक्त मदद की बेहद जरूरत थी. ऐसे में बाइडेन का यूक्रेन दौरे पर आधा बिलियन यानि 50 करोड़ डॉलर की अतिरिक्त मदद का ऐलान यकीनन जेलेंस्की की ताकत में इजाफा करेगा. बाइडन की तरफ से यूक्रेन को मिलिट्री उपकरण जिसमें गोला बारूद के अलावा तोप भी शामिल है, देने का फैसला किया गया है. इसमें जेवलिन मिसाइल, होवित्जर तोप और गोले शामिल हैं.
बाइडेन ने की यूक्रेन प्रशंसा
यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंचकर बाइडन ने कहा, 'एक साल बाद कीव खड़ा और यूक्रेन खड़ा है. इससे जाहिर होता है कि लोकतंत्र भी मजबूत है. बाइडेन ने जेलेंस्की के अलावा उनकी पत्नी और फर्स्ट लेडी ओलेना से भी मुलाकात की। बाइडन का यह दौरा एतिहासिक करार दिया जा रहा है. बाइडेन का यूक्रेन दौरा काफी अहम माना जा रहा है. बता दें कि 24 फरवरी 2022 को जब से जंग शुरू हुई है, तब से यह अमेरिकी राष्ट्रपति का पहला दौरा है. बाइडन ऐसे समय में कीव पहुंचे हैं जब रूस एक साल पूरे होने के मौके पर आक्रामक होने की तैयारी में है। बाइडन यूक्रेन के दौरे के आलावा म्यूनिख भी जाएंगे और यहां पर सुरक्षा सम्मेलन में शामिल होंगे.
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