कोलकाता:
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव की मतगणना में दो दिन शेष हैं और सर्वेक्षणों में सत्ता परिवर्तन के संकेत के बाद परिणामों के लिए उलटी गिनती शुरू हो गई है। शुक्रवार को सुबह आठ बजे अनेक मतगणना केंद्रों पर इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीने (ईवीएम) खुलेंगी और मतगणना शुरू होगी तथा इसके साथ ही राज्य में तृणमूल कांग्रेस-कांग्रेस गठजोड़ द्वारा सत्ता परिवर्तन होने या फिर वाम मोर्चा द्वारा लगातार आठवीं बार सत्ता में वापसी की संभावना को लेकर चल रही बहस खत्म हो जाएगी। एक तरफ वाम मोर्चा के अध्यक्ष विमान बोस ने वामपंथी सरकार की वापसी का दावा किया है वहीं तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी ने एक्जिट पोल के नतीजों पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है। बदला नोई, बदल चाई (बदला नहीं, बदलाव चाहिए) का नारा देने वाली ममता ने कहा कि उनके जीतने की स्थिति में कोई विजय जुलूस नहीं निकाला जाएगा क्योंकि इससे तनाव व्याप्त हो सकता है। राज्य चुनाव आयोग के सूत्रों के अनुसार 13 मई को सारे नतीजे अपराह्न दो बजे तक आ सकते हैं। चुनाव परिणाम के बाद किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए सभी संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा इंतजाम कड़े कर दिए गए हैं। पश्चिम बंगाल में पहली बार ऐसा देखने को मिला है जब तीन सप्ताह तक छह चरणों में हुए मतदान में कोई बड़ी अप्रिय घटना सामने नहीं आई। चुनाव लड़ने वाली लगभग सभी पार्टियों ने इसके लिए चुनाव आयोग के पुख्ता इंतजामों को श्रेय दिया। चुनाव आयोग के सूत्रों ने कहा कि पूर्ववर्ती चुनावों के विपरीत इस बार कुछ ही मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान कराया गया और शिकायतें भी अपेक्षाकृत काफी कम आईं। आयोग ने भी राज्य में शांतिपूर्ण मतदान के लिए सभी राजनीतिक दलों को धन्यवाद दिया है। इस बीच राजधानी कोलकाता में प्रदेश सचिवालय राइटर्स बिल्डिंग को संवारा जा रहा है और मंत्रियों के कक्षों को नया रूप दिया जा रहा है।