बिहार के बेगूसराय में मंगलवार शाम अंधाधुंध फायरिंग में एक व्यक्ति की अपराधियों ने हत्या कर दी. वहीं नौ लोगों का गोली लगने के बाद फ़िलहाल इलाज चल रहा है. स्थानीय पुलिस ने इस घटना में दोषी अपराधियों को गिरफ़्तार करने के लिए कई टीमों का गठन किया है. साथ ही पट्रोलिंग में लापरवाही के लिए सात पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है.
बेगूसराय के सदर अस्पताल में मंगलवार शाम अफरातफरी का माहौल था. यहां दाखिल नौ लोगों पर राष्ट्रीय राजमार्ग-28 पर फुलवारिया से चकिया के बीच चार जगह पर मोटरसाइकल सवार दो अपराधियों ने फायरिंग की थी. गोली दस लोगों को मारी गई, जिसमें से एक व्यक्ति चंदन कुमार की मौके पर ही मौत हो गई.
हाल के दिनों में राज्य में इस तरह के अपराध की ये पहली घटना है. बिहार पुलिस कह रही है कि भले ही इस घटना को अंजाम देने वाले दहशत का माहौल कायम करना चाहते हों, लेकिन स्थानीय पुलिस से भी चूक हुई है. इसीलिए सात पुलिसवालों को निलंबित किया गया है.
हालांकि इस घटना के बाद राज्य सरकार को घेरने में विपक्षी बीजेपी कोई कसर नहीं छोड़ रही है और आज दिन भर बीजेपी के नेता अस्पताल से शमशान घाट तक नजर आए.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी डीजीपी को बुलाकर अपराधियों को गिरफ़्तार करने के आदेश दिए हैं, लेकिन उन्हें भी मालूम है जब तक इस मामले के बारे में ज़्यादा कुछ पता नहीं चल जाता है, देरी के लिए आलोचना आख़िर उन्हें झेलनी ही होगी.
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