दिल्ली विश्वविद्यालय में शुक्रवार को छात्रों ने विवादास्पद डॉक्यूमेंट्री दिखाने की कोशिश की थी.
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री को लेकर छिड़ा घमासान थमने का नाम नहीं ले रहा है. दिल्ली विश्वविद्यालय के फैकल्टी ऑफ आर्ट्स में शुक्रवार को डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग की योजना थी, हालांकि विश्वविद्यालय में स्क्रीनिंग नहीं हो सकी थी. अब दिल्ली विश्वविद्यालय ने फैकल्टी ऑफ आर्ट्स के बाहर 27 जनवरी को हुए हंगामे की जांच के लिए सात सदस्यीय समिति का गठन किया है. डीयू की प्रॉक्टर रजनी अब्बी की अगुवाई वाली इस समिति से 30 जनवरी को शाम पांच बजे तक कुलपति योगश सिंह को अपनी रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है.