
- इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा को प्रशासन ने नजरबंद कर दिया और सुरक्षा कड़ी कर दी गई.
- विवाद की शुरुआत कानपुर में आई लव मोहम्मद पोस्टर लगाए जाने के मामले से हुई, जो कई शहरों में विरोध का कारण बनी.
- मऊ, आगरा, सहारनपुर और लखनऊ में भी आई लव मोहम्मद पोस्टर को लेकर पुलिस ने सख्त सुरक्षा और निगरानी बढ़ाई.
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हमें बताएं।उत्तर प्रदेश के बरेली में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद 'आई लव मोहम्मद' के बैनर और नारों को लेकर तनावपूर्ण स्थिति उत्पन्न हो गई. इस दौरान इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा को प्रशासन ने नजरबंद कर दिया और शहर में सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई. बरेली के थाना बारादरी क्षेत्र में फइक एंक्लेव में ठहरे मौलाना तौकीर के आवास के बाहर भारी पुलिस बल तैनात किया गया.
- मौलाना ने आरोप लगाया कि जैसे ही वह नमाज के लिए निकलने वाले थे, प्रशासन को उनकी लोकेशन का पता चल गया. उन्होंने कहा, "डीएम और अन्य अधिकारी मेरे आवास पर पहुंचे और मुझे बाहर जाने से रोक दिया. पूरी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई. सरकार मुसलमानों के खिलाफ सख्ती बरत रही है."
- मिली जानकारी के मुताबिक, जुमे की नमाज के बाद कुछ लोगों ने 'आई लव मोहम्मद' के बैनर और नारे लगाए, जिसके बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया. प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए तत्काल कार्रवाई की और मौलाना को नजरबंद करने का निर्णय लिया. पुलिस ने शहर के संवेदनशील इलाकों में गश्त बढ़ा दी और अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात किए गए ताकि कोई अप्रिय घटना न हो.
- जिला प्रशासन का कहना है कि यह कदम शहर में शांति और कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए उठाया गया है. पुलिस ने लोगों से शांति बनाए रखने और सोशल मीडिया पर भड़काऊ सामग्री साझा न करने की अपील की है. शहर में अतिरिक्त पुलिस बल और आरएएफ की तैनाती की गई है. प्रशासन ने यह भी आश्वासन दिया है कि स्थिति की लगातार निगरानी की जा रही है और किसी भी तरह की अशांति को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे.
- कौन है तौकीर रजा: मौलाना तौकीर रजा बरेली के एक धार्मिक नेता हैं. रजा का ताल्लुक सुन्नी मुसलमानों के बरेली संप्रदाय से है. तौकीर रजा के बुलावे पर ही शुक्रवार को बरेली में जुमे की नमाज के बाद आई लव मोहम्मद पर नारेबाजी की और फिर लोगों ने बवाल काटा. इसके पुलिस को इस मामले में लाठीचार्ज करना पड़ा. तौकीर रजा आला हजरत खानदान से आते हैं. तौकीर के ही खानदान ने इस्लाम धर्म के सुन्नी बरेलवी मसलक की शुरुआत की थी. तौकीर रजा ने 2001 में अपनी एक राजनीतिक पार्टी भी बनाई थी. तौकीर रजा की पार्टी का नाम इत्तेहाद-ए-मिल्लत परिषद है. हालांकि, बाद में 2009 में रजा कांग्रेस के साथ चले गए थे. 2012 के विधानसभा चुनाव में तौकीर रजा ने समाजवादी पार्टी का समर्थन किया था.
- यही नहीं, उनकी पार्टी ने भोजीपुरा से जीत हासिल करने में सफलता भी पाई, लेकिन मुजफ्फरनगर दंगे के बाद रजा एसपी से अलग हो गए. इसके बाद 2014 में तौकीर रजा ने बीएसपी का समर्थन किया था. तौकीर रजा कई मामलों में विवादित बयान दे चुके हैं. तौकीर रजा ने नागरिकता कानून के खिलाफ दिया था. तौकीर रजा ने तस्लीमा नसरीन के खिलाफ फतवा भी जारी कर चुके हैं. मौलाना तौकीर रजा इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (IMC) के अध्यक्ष है. इन पर 2010 में बरेली में दंगा करवाने का भी आरोप है.
- कानपुर टू बरेली विवाद ही विवाद : बरेली के इस विवाद का संबंध 9 सितंबर की घटना से है, जब कानपुर पुलिस ने 4 सितंबर को बारावफात के जुलूस के दौरान कानपुर की एक सार्वजनिक सड़क पर कथित तौर पर ‘आई लव मोहम्मद' लिखे बोर्ड लगाने के आरोप में नौ नामजद और 15 अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की थी. इसके बाद कई राज्यों के कई शहरों में विवाद के विरोध में जुलूस दिखे. आई लव मोहम्मद के विरोध में आई लव महादेव के पोस्टर लगे. कई शहरों में लोग पोस्टर को लेकर एक दूसरे के सामने आते हैं और अब बरेली में हुए इस विवाद की वजह भी आई लव मोहम्मद वाला पोस्टर ही है.
- बरेली हिंसा को लेकर पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. IG के मुताबिक, शहर में 3–4 जगहों पर एक साथ हंगामा हुआ, जिसमें उपद्रवियों ने फायरिंग और पथराव किया. इस दौरान हुई झड़पों में 10 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं.
- मऊ में भी जुमे की नमाज के बाद आई लव मोहम्मद पोस्टर के साथ चल रहे जुलूस के खदेड़े जाने का सीसीटीवी फुटेज सामने आया. फुटेज में दिख रहा है कि हाथों में झंडे और पोस्टर लिए लोगों की भीड़ जा रही है. इसी दौरान सामने से पुलिस की कार्रवाई शुरू होती है. जिसके बाद सब इधर-उधर भागने लगते हैं. मऊ के मोहम्मदाबाद गोहना में शुक्रवार को जुमे की नमाज़ के बाद लड़कों की भीड़ ने उपद्रव करने की कोशिश की. सैकड़ों की संख्या में 15-20 साल के लड़के इकट्ठे होकर नारेबाज़ी करने लगे. पुलिस ने उन्हें घर वापस जाने को कहा तो विरोध में नारेबाज़ी हुई. इसके बाद किसी ने पुलिस पर पत्थरबाजी कर दी. जवाब में पुलिस ने लाठीचार्ज करके भीड़ को हटाया.
- आगरा में भी मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में ‘I LOVE MOHAMMAD' पोस्टर लगने के बाद पुलिस सक्रिय नजर आई. जुम्मे की नमाज़ को लेकर पुलिस यहां शुक्रवार को अलर्ट मोड में दिखी. जामा मस्जिद और संवेदनशील इलाकों में भारी फोर्स तैनात किए गए थे. डीसीपी–एसीपी समेत सभी अधिकारी फील्ड में मौजूद दिखे. सोशल मीडिया पर पुलिस की सख्त निगरानी की जा रही है. जगह-जगह पुलिस फ्लैग मार्च और पैदल गश्त करते हुए लोगों से शांति की अपील और अफवाहों से बचने की सलाह देती नजर आई.
- सहारनपुर की जामा मस्जिद में जुमे की नमाज के बाद एक युवक ने मस्जिद से निकलते ही न सिर्फ “I Love Muhamned” का पोस्टर दिखाया, बल्कि नारे लगाने लगा. सुरक्षा के मद्देनजर पहले से तैनात पुलिस ने युवक को हिरासत ले लिया. पुलिस पकडे गए युवक को थाने ले गई. लखनऊ में भी पोस्टर लहराए गए.
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