बडगाम विधानसभा सीट पर दूसरे चरण में वोट डाले गए थे और यहां से उमर अब्दुल्ला ने जीत दर्ज कर ली है. पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के मैदान में आने के बाद यह सीट बेहद रोचक हो गया है. इस सीट पर 58.97 प्रतिशत वोट डाले गए थे. साल 1977 से यह सीट नेशनल कॉन्फ्रेंस का गढ़ रहा है. उमर अब्दुल्ला गंदेरबल से भी चुनाव लड़ रहे हैं.
स्कोर कार्ड
- कांग्रेस-एनसी गठबंधन - 52 सीटों परआगे
- बीजेपी - 27 सीटों पर आगे
- पीडीपी - 2
- अन्य - 9 सीटों पर आगे
आगा सैयद रुहुल्लाह मेहदी पिछले चुनाव में इस सीट से चुनाव जीतने में सफल रहे थे. उन्होंने मोहि-उद-दीन भट (मुंतज़िर) को चुनाव में हराया था. आगा सैयद रुहुल्लाह मेहदी को 2014 के चुनाव में 30090 वोट मिले थे वहीं आगा सैयद रुहुल्लाह मेहदी को 27303 वोट. आगा सैयद रुहुल्लाह मेहदी 2787 मतों से जीत मिली थी. इस चुनाव में नेशनल कॉन्फ्रेंस के उमर अबदुल्ला के सामने आगा सईद मुंतजिर मेहंदी मैदान में हैं. मेहंदी पीडीपी की टिकट से मैदान में हैं.
पीडीपी | नेशनल कॉन्फ्रेंस | जीत |
आगा सैयद रुहुल्लाह मेहदी | उमर अब्दुल्ला | उमर अब्दुल्ला जीते |
जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला अपने परिवार की तीसरी पीढ़ी के राजनेता हैं. उनके पिता फारूक अब्दुल्ला और दादा शेख अब्दुल्ला भी राज्य के मुख्यमंत्री रहे. उमर अब्दुल्ला जम्मू कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं. इस पार्टी की स्थापना शेख अब्दुल्ला ने की थी. उमर को सबसे बड़ा झटका इस साल लोकसभा चुनाव के दौरान लगा. जब बारामूला लोकसभा सीट पर रशीद इंजिनियर ने हरा दिया था. रशीद ने यह चुनाव जेल में रहते हुए जीता था. उमर की यह हार भी छोटी नहीं थी, रशीद ने उन्हें दो लाख से अधिक वोटों के अंतर से हराया था. उमर 2009 से 2015 तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे हैं. वो केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में विदेश राज्यमंत्री भी रहे.
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