- टीएमसी से सस्पेंड हुमायूं कबीर मुर्शिदाबाद के बेलडांगा गांव में बाबरी मस्जिद की नींव रखने का दावा कर रहे हैं
- हुमायूं कबीर ने 6 दिसंबर को मस्जिद की नींव रखने और दो लाख की भीड़ जुटाने का एलान किया है
- ममता ने हुमायूं कबीर से दूरी बनाई है और कहा कि टीएमसी का बाबरी मस्जिद कार्यक्रम से कोई संबंध नहीं
बंगाल में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के बागी नेता हुमायूं कबीर मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद की बुनियाद रखने पर आमादा हैं. टीएमसी से सस्पेंड होने के बाद उनके तेवर और सख्त हो गए हैं. हुमायूं कबीर ने मुर्शिदाबाद के बेलडांगा गांव की उसी जगह से एनडीटीवी से बात की, जहां वो 6 दिसंबर को बाबरी मस्जिद की नींव रखने का दावा कर रहे हैं. हुमायूं कबीर ने इससे पहले जिस जमीन पर मस्जिद की नींव रखने की बात कही थी, उसके मालिक ने साफ किया था कि यहां पेट्रोल पंप बनेगा, मस्जिद नहीं. हुमायूं कबीर ने बाबरी मस्जिद की आठ कट्टा की वो जमीन दिखाई, जहां वो कल नींव रखेंगे. उन्होंने इस कार्यक्रम में दो लाख की भीड़ आने का दावा भी किया. हालांकि ममता बनर्जी ने हुमायूं कबीर से पल्ला झाड़ लिया है.
बाबरी मस्जिद की नींव रखने के ऐलान के साथ मुर्शिदाबाद के तमाम इलाकों में गांव-गांव में इसकी होर्डिंग, पोस्टर और पर्चे भी बांटे गए हैं. इस पोस्टर और पर्चों में बाबरी मस्जिद का डिजाइन भी दिखाया गया है. अयोध्या में 6 दिसंबर को विवादित ढांचा विध्वंस के 33 साल बाद कबीर के इस ऐलान से सियासी हल्कों में घमासान मचा हुआ है.

Babri Masjid
ये भी पढ़ें- ममता बनर्जी के लिए नई चुनौती? हुमायूं कबीर खड़े कर रहे हैं मुश्किलें, क्या मुस्लिम वोट बैंक में दरार पड़ने वाली है?
कबीर के मुताबिक, बेलडांगा गांव में जमीन के दो हिस्से मस्जिद के लिए चिन्हित किए गए हैं. ये जमीन हाईवे के पास है और बाबरी मस्जिद की तरह इसके डिजाइन में भी तीन गुंबद दिखाई दे रहे हैं. ये बेलडांगा पुलिस स्टेशन से सिर्फ पांच किलोमीटर दूर है. कबीर ने कहा कि इस कार्यक्रम के लिए कंकरीट, सीमेंट जैसी निर्माण सामग्री इकट्ठा कर ली गई है. उन्होंने भारी भीड़ के बीच 6 दिसंबर को इस मस्जिद की नींव रखने का दावा किया.
ये भी पढ़ें- बाबरी मस्जिद बनाने पर अड़े हुमायूं कबीर TMC से सस्पेंड, जानें बंगाल चुनाव से पहले ममता ने क्यों उठाया बड़ा कदम

Babri Masjid
हुमायूं कबीर टीएमसी से सस्पेंड
हुमायूं कबीर को 4 दिसंबर को तृणमूल कांग्रेस ने पार्टी से निलंबित कर दिया था. पार्टी ने स्पष्ट किया था कि उसका बाबरी मस्जिद के कार्यक्रम से कोई लेना-देना नहीं है. हालांकि सस्पेंशन से बेपरवाह कबीर ने ऐलान किया था कि वो खुद पार्टी छोड़ेंगे. बाबरी मस्जिद की नींव रखेंगे. साथ ही 22 दिसंबर को नई पार्टी की घोषणा करेंगे. उनकी पार्टी 130 से 135 सीटें लड़ेगी. कहा जा रहा है कि हुमायूं कबीर खुद को बंगाल का असदुद्दीन ओवैसी बनाने की ख्वाहिश रखते हैं.
कोलकाता हाईकोर्ट का बड़ा निर्देश
उधर, कोलकाता हाईकोर्ट ने बाबरी मस्जिद के मामले में यथास्थिति बनाए रखने का निर्देश दिया है, ताकि सांप्रदायिक सौहार्द बना रहे. शुक्रवार को सुनवाई के दौरान कार्यवाहक चीफ जस्टिस सुजॉय पाल और पार्थ सारथी सेन ने यह कहा है. हालांकि मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद के मामले में दखल देने से कोर्ट ने इनकार किया है. उसने बाबरी मस्जिद की नींव रखने के समारोह को रोकने का आदेश देने से इनकार कर दिया है. अदालत ने शांति कायम रखने को प्रशासन से कहा है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं