- अयोध्या के श्रीराम मंदिर में 25 नवंबर को पीएम नरेन्द्र मोदी द्वारा केसरिया रंग का ध्वज स्थापित किया जाएगा.
- ध्वजारोहण दोपहर 12 बजकर 10 मिनट से आधे घंटे के बीच चार मिनट में पूरा होगा और पीएम मोदी बटन दबाएंगे.
- ध्वज पर कोविदार का वृक्ष, सूर्यवंश का प्रतीक एवं ओम का निशान अंकित होंगे और यह इलेक्ट्रिक सिस्टम से लैस होगा.
अयोध्या स्थित श्रीराम मंदिर में मंगलवार यानी 25 नवंबर को धर्म ध्वज स्थापना समारोह है. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी यूपी के के दौरे पर रहेंगे और राज्य में सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं. वहीं विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) के प्रवक्ता शरद शर्मा ने इस बात की पूरी जानकारी दी है कि आखिर पीएम मोदी राम मंदिर में किस तरह से ध्वजारोहण करेंगे. आपको बता दें कि जनवरी 2024 में राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी और उस समय भी पीएम मोदी ने धार्मिक अनुष्ठान में हिस्सा लिया था.
चार मिनट में होगा ध्वजारोहण
अयोध्या के ध्वजारोहण को लेकर विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता शरद शर्मा ने एनडीटीवी से बात करते हुए बताया कि अभिजीत मुहूर्त में दोपहर 12.10 बजे से 12.30 बजे के बीच पीएम मोदी केसरिया रंग का ध्वज मंदिर के शिखर पर आरोहण करेंगे. ध्वज आरोहण में कुल चार मिनट का समय लगेगा. उन्होंने बताया कि मंदिर का शिखर 161 फीट है और उसके ऊपर 30 फीट लंबे ध्वज दंड पर केसरिया रंग का ध्वज लगाया जाएगा.
रिहर्सल में ली गई सेना की मदद
शरद शर्मा ने आगे कहा कि इस ध्वज पर कोविदार का एक वृक्ष, सूर्यवंश का प्रतीक और ओम का निशान होगा. इसको फहराने में रिहर्सल के दौरान थल सेना की मदद भी ली गई है. ये ध्वज इलेक्ट्रिक सिस्टम से लैस है और पीएम मोदी बटन दबाकर ध्वज लहरायेंगे. उन्होंने कहा कि ध्वज कितने दिन पर बदला जाएगा, ये फिलहाल तय नहीं है. शरद शर्मा ने बताया कि मंदिर परिसर की सजावट की जा रही है. बाहर तोरण द्वार बनाए गए हैं.
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सबसे पहले रामलाल के दर्शन
उन्होंने बताया कि पीएम मोदी मंदिर आने के बाद सबसे पहले रामलला और राम दरबार का दर्शन करेंगे. फिर परकोटे पर बने छह मंदिरों में देवी देवताओं के दर्शन पूजन करेंगे. इसके बाद मंदिर परिसर में मौजूद साधु संतों और आगंतुकों से भेंट वार्ता करेंगे. इसके बाद अभिजीत मुहूर्त में मंदिर पर ध्वजारोहण करेंगे. राज्य में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी है और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर कानून-व्यवस्था की दृष्टि से भारी पुलिस बल और कई खास विशेष इकाइयों की तैनाती की गई है. वरिष्ठ अधिकारियों से लेकर फील्ड टीम तक का समन्वित प्रबंधन सुनिश्चित किया गया है.
सुरक्षा व्यवस्था कड़ी
आधिकारिक बयान के अनुसार, सुरक्षा योजना के तहत उच्च अधिकारियों को रणनीतिक नेतृत्व के लिए तैनात किया गया है जिसमें वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, क्षेत्रीय अधिकारी और निरीक्षकों की बड़ी संख्या शामिल है. बयान में कहा गया, 'सुरक्षा व्यवस्था के लिए पुलिस अधीक्षक स्तर के 30 अधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक स्तर के 90 अधिकारी, 242 उपनिरीक्षक, 1060 निरीक्षक (पुरुष), 80 महिला उपनिरीक्षक, 3090 पुरुष हेड कांस्टेबल, 448 महिला हेड कांस्टेबल तैनात किए जा रहे हैं. इसके अलावा यातायात विभाग के 800 से अधिक कर्मी भी ड्यूटी पर रहेंगे.'
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