
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में अयोध्या के दीपोत्सव में इस वर्ष 26 लाख दीप प्रज्ज्वलित किए गए
- दीपोत्सव में 2,128 वेदाचार्यों, अर्चकों व साधकों ने एक साथ सरयू की आरती की
- दीपोत्सव का नया कीर्तिमान ड्रोन से दीपों की गणना कर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया
उत्तर प्रदेश सरकार ने रामनगरी में रविवार को अपना पुराना सभी रिकॉर्ड तोड़ दिया. 2017 में सत्ता संभालने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीपोत्सव का आयोजन कराया और साल दर साल इसे नई ऊंचाइयां दीं. दीपोत्सव ने प्रतिवर्ष नया कीर्तिमान स्थापित किया। योगी सरकार के नौवें और 500 वर्ष बाद मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के अपने महल में विराजमान होने के दूसरे दीपोत्सव में अयोध्या ने फिर से दो नए रिकॉर्ड बनाए.

नया कीर्तिमान बनाते हुए दीपोत्सव 2025 में 26,17,215 (26 लाख, 17 हजार 215) दीप प्रज्ज्वलित किए गए. पिछले वर्ष 2024 में प्रभु की नगरी 25,12,585 दीपों से जगमगाई थी.

दूसरा रिकॉर्ड सरयू मैया की आरती का रहा, जहां इस वर्ष एक साथ 2,128 वेदाचार्यों, अर्चकों व साधकों ने सरयू मैया की आरती की.

ड्रोन से की गई दीपों की गणना के बाद दीपोत्सव ने नया कीर्तिमान गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया है. सीएम योगी की अयोध्या के प्रति प्रतिबद्धता ने फिर से रामनगरी को वैश्विक रिकॉर्ड सूची में दर्ज कराया है.

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधियों ने उत्तर प्रदेश सरकार के इस 'भव्य दीपोत्सव' को देखा और अंततः एक साथ एक स्थान पर इतनी बड़ी संख्या में दीप प्रज्ज्वलन को फिर से विश्व कीर्तिमान का दर्जा दिया.

कीर्तिमान रचने में योगी सरकार के नेतृत्व में राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय, इससे जुड़े महाविद्यालयों, इंटर कॉलेजों के शिक्षकों व छात्रों ने खास भूमिका निभाई.

अयोध्या के दीपोत्सव में स्वयंसेवी संस्थाओं, साधु-संतों, जनप्रतिनिधियों, प्रशासन, पर्यटन-संस्कृति, सूचना विभाग समेत सभी ने अहम भूमिका निभाई.

दीप प्रज्ज्वलन का नियत समय शुरू होते ही 'श्री राम जय राम जय जय राम' के जयघोष के साथ एक-एक कर 26 लाख 17 हजार 215 दीप जलाए गए.

गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के प्रतिनिधियों द्वारा कीर्तिमान रचने की घोषणा के साथ ही पूरी अयोध्या 'जय श्री राम' के उद्घोष से गुंजायमान हो उठी.

पर्यटन-संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह व प्रमुख सचिव (पर्यटन-संस्कृति) अमृत अभिजात ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को प्रमाण पत्र सौंपा. योगी आदित्यनाथ ने दोनों प्रमाण पत्र ऊपर उठाकर सभी का अभिवादन करते हुए प्रसन्नता जाहिर की.

अयोध्या से गोरक्षपीठ के प्रगाढ़ रिश्तों को मूर्त रूप देते हुए मुख्यमंत्री ने 2017 से दीपोत्सव का आयोजन अनवरत जारी रखा. इस नौवें संस्करण में सबसे अधिक दीप प्रज्ज्वलन का रिकॉर्ड कायम किया गया.

2017 में जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार बनी थी तब सरयू नदी के घाटों पर जलाए जाने वाले दीयों की संख्या 1.71 लाख थी और इसके बाद हर साल यह संख्या लगातार बढ़ती रही है.

साल 2018 में 3.01 लाख, 2019 में 4.04 लाख, 2020 में 6.06 लाख, 2021 में 9.41 लाख, 2022 में 15.76 लाख, 2023 में 22.23 लाख और 2024 में यह संख्या 25.12 लाख थी.

प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने कहा, 'मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दूरदर्शी नेतृत्व में दीपोत्सव प्रकाश के उत्सव से बढ़ाकर गौरव और अस्मिता का उत्सव बन गया है.
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