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This Article is From Jun 27, 2016

विवादों के बीच आशा कुमारी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने पहुंचीं

विवादों के बीच आशा कुमारी कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने पहुंचीं
आशा कुमारी (फाइल फोटो)
नई दिल्ली: आशा कुमारी को पंजाब कांग्रेस का नया प्रभारी बनाए जाने पर भी विवाद शुरू हो गया है। विवादों के बीच वह कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने 10 जनपथ पहुंचीं।

60 बीघा सरकारी जमीन की पति के नाम ट्रांसफर
हिमाचल प्रदेश के डल्हौजी से विधायक आशा कुमारी जमीन घोटाले में दोषी हैं। फिलहाल वह जमानत पर बाहर हैं। उन पर 18 साल पहले 60 बीघा सरकारी जमीन अपने पति के नाम पर ट्रांसफ़र करने का आरोप है।

कमलनाथ ने कमान सौंपे जाने के चंद दिन बाद दिया था इस्तीफा
इससे पहले प्रभारी बनाए गए कमलनाथ ने कमान सौंपे जाने के चंद दिन बाद ही इस्तीफ़ा दे दिया था। विपक्ष ने 1984 सिख हिंसा में उनकी भूमिका को लेकर काफ़ी सवाल उठाए थे, जिसके बाद उन्होंने इस्तीफ़ा दिया था.।

जमीन घोटाले में दोषी हैं आशा कुमारी
अगले साल पंजाब में चुनाव होने जा रहे हैं। इसी के लिए उन्हें यह कार्यभार दिया गया है। बता दें कि आशा कुमारी को हिमाचल प्रदेश में लैंड ग्रैब केस (भूमि हड़पने के मामले) में फरवरी में दोषी पाया गया था। वह फिलहाल जमानत पर हैं।

बीजेपी नेता का बयान
बीजेपी के नेता विजय सांपला ने कहा कि कांग्रेस साफ और स्वच्छ राजनीति से कोसो दूर है। पीएम ने जो कांग्रेस मुक्त भारत के बारे में सोचा उसका कारण यही है। जब तक कांग्रेस जिंदा रहेगी करप्शन जिंदा रहेगा। हम पंजाब के लोगों से अपील करेंगे कि ऐसे लोगों से दूर रहें।

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