बिहार के सीमांचल में मजबूत पकड़ का दावा करने वाली पार्टी एआईएमआईएम के प्रेसिडेंट और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने 'बुर्के पर बवाल' को लेकर एक अलग ही समीकरण दे दिया है. उन्होंने कहा कि ऐसे विवादित बयान देना, बीजेपी के लिए ही घाटा साबित होगा. बिहार के किशनगंज में NDTV के सीईओ और एडिटर इन चीफ राहुल कंवल से खास बातचीत में असदुद्दीन ओवैसी ने इसके पीछे की वजह भी बताई.
NDTV ने गिरिराज सिंह के उस बयान का हवाला दिया, जिसमें उन्होंने कहा था- EC (चुनाव आयोग) को चेक करना चाहिए कि वोट डालने कौन आ रहा है. इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए ओवैसी ने कहा, 'गिरिराज सिंह, बीजेपी के नफरत की तर्जुमानी करते हैं, प्रवक्ता हैं. पहले उन्होंने बिहार के मुस्लिमों को नमक हराम कह दिया. ऐसे बोलते हैं, जैसे अपनी जेब से पैसे दे रहे हों.'
#NDTVExclusive | 'गिरिराज सिंह नफरत की राजनीति करते हैं, उन्होंने पहले बिहार के मुसलमानों को नमक हराम कह दिया...'
— NDTV India (@ndtvindia) November 8, 2025
NDTV से #EXCLUSIVE बातचीत में बोले असदुद्दीन ओवैसी #BiharElections | #ElectionsWithNDTV | @rahulkanwal | @asadowaisi pic.twitter.com/JNwMHFnhK6
'बुर्का, हिजाब, पल्लू... पर नियम ऑलरेडी हैं'
ओवैसी ने कहा, 'चुनाव आयोग मतदानकर्मियों को जो हैंडबुक देता है, उसमें बकायदा एक अलग से सेक्शन है, जिसमें बुर्का, हिजाब, दपट्टा, पल्लू वगैरह पहनकर आने वालों की पहचान करने का तरीका बताया हुआ है. तो फिर इनको (गिरिराज सिंह) अलग से याद दिलाने की क्या जरूरत है.' आगे की बातचीत के दौरान मुस्लिम वोट पर ओवैसी ने अलग ही समीकरण दे डाला.
'BJP रैली में बुर्का पहने खवातीन दिखाती है, और...'
AIMIM प्रमुख ने कहा, 'ये जो एक समुदाय के खिलाफ लगे हुए हैं, ये बीजेपी के लिए ही काउंटरप्रोडक्टिव (उल्टा परिणाम देने वाला) होगा.' NDTV के इसपर काउंटर सवाल दागा कि मुस्लिम वोट बंटेंगे तो उन्हें नुकसान क्यों होगा?
जवाब में ओवैसी बोले- 'जनता में ये बात आ गई कि आप तो (बीजेपी) हिजाब के खिलाफ हैं, बुर्के के खिलाफ हैं. आप एक तरफ तो मोदीजी (प्रधानमंत्री) की रैली में, नड्डा साब (बीजेपी अध्यक्ष) की रैली में दिखाते हैं कि बुर्का पहने खवातीन (महिलाएं) अच्छी-खासी संख्या में आई हैं, बैठी हुई हैं और दूसरी ओर आप गलत बयानबाजी. गरीब के पास वही ताकत है, वोट की, आप उसको रोकना चाहते हैं!'
सीमांचल के विकास पर उठाए सवाल
इससे पहले उन्होंने सीमांचल में किए गए विकास कार्यों पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि सीमांचल बिल्कुल भी नहीं बदला है. वह पहले ही पसमांदा था और आज भी है. पीएम मोदी ने अररिया में कहा कि हमने एम्स, आईआईटी बनाया, पटना में, भागलपुर में, दरभंगा में.उन्होंने सीमांचल के लिए क्या किया, ये वह नहीं बोल सकते.उन्होंने कहा कि सीमांचल आज भी अंडर डेवलप्ड है. यहां पर कई तरह के मुद्दे हैं. यहां के लोग देखते हैं कि पटना, गया या अन्य जगहों पर जो हो रहा है वो यहां पर नहीं होता. डेढ़ करोड़ के करीब युवा तो यहां से गायब हो जाते हैं.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं