नई दिल्ली:
पूर्व की टीम अन्ना के सदस्य अरविंद केजरीवाल ने आरोप लगाया कि कोयला ब्लॉक आवंटन के मुद्दे पर कांग्रेस और बीजेपी एक ही थैली के चट्टे-बट्टे हैं। उन्होंने घोषणा की कि कार्यकर्ता रविवार को प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी के आवासों का घेराव करेंगे।
'इंडिया अगेंस्ट करप्शन' के अरविंद केजरीवाल ने यह बात अपने ट्वीट में कही है। उन्होंने ट्वीट किया, कांग्रेस और बीजेपी ने कोयला घोटाले में मिलकर 1.86 लाख करोड़ रुपये लूटे हैं। प्रधानमंत्री और नितिन गडकरी के आवासों का घेराव किया जाएगा। हम 26 अगस्त को सुबह 10 बजे जंतर-मंतर पर एकत्र होंगे।
उनकी यह घोषणा नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की रिपोर्ट के मद्देनजर आई है। कैग की रिपोर्ट के अनुसार 2005-09 के दौरान नीलामी के बगैर कोयला ब्लॉक आवंटन किए जाने से सरकारी खजाने को 1.86 लाख करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचा।
इससे पहले पूर्व की टीम अन्ना ने इस रविवार को अपनी तैयारी समिति की पहली बैठक करने का फैसला किया था, जिसमें राजनीतिक पार्टी के गठन की रूपरेखा तय की जाती। हालांकि, अब यह बैठक संभवत: सितंबर के पहले हफ्ते में होगी, क्योंकि अभी उन्हें नामों को अंतिम रूप देना है।
टीम अन्ना ने इस महीने के शुरू में राजनीति में कूदने का फैसला किया था। पिछले हफ्ते कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी थी कि यदि सरकार आरोपों की जांच के लिए विशेष टीम का गठन नहीं करती, तो वे अदालत में जनहित याचिका दायर करेंगे और कोयला ब्लॉक आवंटन में यूपीए की 'पोल खोलने' के लिए रायशुमारी कराएंगे।
'इंडिया अगेंस्ट करप्शन' के अरविंद केजरीवाल ने यह बात अपने ट्वीट में कही है। उन्होंने ट्वीट किया, कांग्रेस और बीजेपी ने कोयला घोटाले में मिलकर 1.86 लाख करोड़ रुपये लूटे हैं। प्रधानमंत्री और नितिन गडकरी के आवासों का घेराव किया जाएगा। हम 26 अगस्त को सुबह 10 बजे जंतर-मंतर पर एकत्र होंगे।
उनकी यह घोषणा नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की रिपोर्ट के मद्देनजर आई है। कैग की रिपोर्ट के अनुसार 2005-09 के दौरान नीलामी के बगैर कोयला ब्लॉक आवंटन किए जाने से सरकारी खजाने को 1.86 लाख करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचा।
इससे पहले पूर्व की टीम अन्ना ने इस रविवार को अपनी तैयारी समिति की पहली बैठक करने का फैसला किया था, जिसमें राजनीतिक पार्टी के गठन की रूपरेखा तय की जाती। हालांकि, अब यह बैठक संभवत: सितंबर के पहले हफ्ते में होगी, क्योंकि अभी उन्हें नामों को अंतिम रूप देना है।
टीम अन्ना ने इस महीने के शुरू में राजनीति में कूदने का फैसला किया था। पिछले हफ्ते कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी थी कि यदि सरकार आरोपों की जांच के लिए विशेष टीम का गठन नहीं करती, तो वे अदालत में जनहित याचिका दायर करेंगे और कोयला ब्लॉक आवंटन में यूपीए की 'पोल खोलने' के लिए रायशुमारी कराएंगे।
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