अरुण जेटली की फाइल फोटो
नई दिल्ली:
केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के मध्य प्रदेश के भाषण को लेकर उनकी तीखी आलोचना की और उनकी समझ पर सवाल उठाया. जेटली ने कहा ‘आखिर वह (राहुल गांधी) कितना जानते हैं? वह चीजों को कब समझेंगे ?. गौरतलब है कि मंदसौर में किसानों की रैली में अपने भाषण में राहुल गांधी के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधने को लेकर मध्य प्रदेश के सहकारिता राज्य मंत्री ने भी कांग्रेस अध्यक्ष पर तंज कसा. उन्होंने कहा कि यह बॉलीवुड की हिट फिल्म ‘3 इडियट्स’ के एक पात्र द्वारा दिये गए भाषण की तरह लिखित था.
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वह फिल्म के पात्र चतुर रामलिंगम का उल्लेख कर रहे थे. कांग्रेस के संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सुरजेवाला ने राहुल पर निशाना साधने के लिये तुरंत जेटली पर पलटवार करते हुए कहा कि वह खुद कितना जानते हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा का अहंकार अपने ‘चरम’ पर पहुंच गया है क्योंकि उसने कृषि संकट के प्रति आंखें मूंद ली हैं. खास बात यह है कि राहुल के भाषण के जवाब में अरुण जेटली ने अपने फेसबुक पोस्ट में कांग्रेस अध्यक्ष के उन आरोपों को भी खारिज कर दिया कि मोदी सरकार ने देश के 15 शीर्ष उद्योगपतियों का 2.5 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ कर दिया है. उन्होंने कहा कि यह तथ्यात्मक रूप से पूरी तरह गलत है.
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उन्होंने कहा कि सरकार ने किसी भी उद्योगपति का एक भी रुपया माफ नहीं किया है. तथ्य इसके विपरीत हैं. वहीं भाजपा प्रवक्ता संबित पात्र ने कहा कि ये आरोप कांग्रेस अध्यक्ष की ओर से विदेश से छुट्टियों से लौटने के बाद अपनी उपस्थिति दर्ज कराने का प्रयास हैं. अरुण जेटली ने अपने पोस्ट में कहा, कि संसद के भीतर और बाहर-दोनों जगह हर बार जब मैं राहुल गांधी के विचारों को सुनता हूं तो मैं खुद से पूछता हूं कि आखिर वह कितना जानते हैं? वह कब समझेंगे ? जेटली ने लिखा कि मध्य प्रदेश में उनके भाषण को सुनने के बाद इस सवाल के जवाब को लेकर मेरी जिज्ञासा और बढ़ गयी. क्या उन्हें अपर्याप्त जानकारी दी जा रही है या वह अपने तथ्यों को लेकर कुछ ज्यादा ही उदार हैं.
VIDEO: महाभियोग पर बरसे अरुण जेटली.
अरुण जेटली ने कहा कि जिन लोगों के ऊपर बैंकों व अन्य वित्तीय संस्थानों का बकाया है, उन्हें दिवाला घोषित किया गया और उन्हें आईबीसी (ऋण शोधन एवं दिवाला संहिता) के जरिये उनकी कंपनी से बेदखल किया गया है. इस कानून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने लागू किया. इनमें ज्यादतर कर्ज पहले की सरकार के शासन के दौरान दिए गए. (इनपुट भाषा से)
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वह फिल्म के पात्र चतुर रामलिंगम का उल्लेख कर रहे थे. कांग्रेस के संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सुरजेवाला ने राहुल पर निशाना साधने के लिये तुरंत जेटली पर पलटवार करते हुए कहा कि वह खुद कितना जानते हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा का अहंकार अपने ‘चरम’ पर पहुंच गया है क्योंकि उसने कृषि संकट के प्रति आंखें मूंद ली हैं. खास बात यह है कि राहुल के भाषण के जवाब में अरुण जेटली ने अपने फेसबुक पोस्ट में कांग्रेस अध्यक्ष के उन आरोपों को भी खारिज कर दिया कि मोदी सरकार ने देश के 15 शीर्ष उद्योगपतियों का 2.5 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ कर दिया है. उन्होंने कहा कि यह तथ्यात्मक रूप से पूरी तरह गलत है.
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उन्होंने कहा कि सरकार ने किसी भी उद्योगपति का एक भी रुपया माफ नहीं किया है. तथ्य इसके विपरीत हैं. वहीं भाजपा प्रवक्ता संबित पात्र ने कहा कि ये आरोप कांग्रेस अध्यक्ष की ओर से विदेश से छुट्टियों से लौटने के बाद अपनी उपस्थिति दर्ज कराने का प्रयास हैं. अरुण जेटली ने अपने पोस्ट में कहा, कि संसद के भीतर और बाहर-दोनों जगह हर बार जब मैं राहुल गांधी के विचारों को सुनता हूं तो मैं खुद से पूछता हूं कि आखिर वह कितना जानते हैं? वह कब समझेंगे ? जेटली ने लिखा कि मध्य प्रदेश में उनके भाषण को सुनने के बाद इस सवाल के जवाब को लेकर मेरी जिज्ञासा और बढ़ गयी. क्या उन्हें अपर्याप्त जानकारी दी जा रही है या वह अपने तथ्यों को लेकर कुछ ज्यादा ही उदार हैं.
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अरुण जेटली ने कहा कि जिन लोगों के ऊपर बैंकों व अन्य वित्तीय संस्थानों का बकाया है, उन्हें दिवाला घोषित किया गया और उन्हें आईबीसी (ऋण शोधन एवं दिवाला संहिता) के जरिये उनकी कंपनी से बेदखल किया गया है. इस कानून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने लागू किया. इनमें ज्यादतर कर्ज पहले की सरकार के शासन के दौरान दिए गए. (इनपुट भाषा से)
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