लखनऊ / मुजफ्फरनगर:
उत्तर प्रदेश में मुजफ्फरनगर हिंसा के मामले में तमाम कोशिशों के बाद भी पुलिस बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के आरोपी विधायकों को गिरफ्तार नहीं कर पाई। भाजपा की नेता उमा भारती ने चेतावनी दी कि 'गिरफ्तारी के बाद हालात बिगड़ेंगे तो इसकी जिम्मेदारी अखिलेश सरकार की होगी।'
इसके बाद नफा-नुकसान का आकलन करने के बाद पुलिस-प्रशासन ने फिलहाल गिरफ्तारी को टाल दी लेकिन उसने दावा किया हिंसा भड़काने के आरोप में नामजद विधायकों की जल्द गिरफ्तारियां की जाएंगी।
लखनऊ में विधानसभा के बाहर पुलिस के जमावड़े को देखकर लग रहा था कि भाजपा विधायक संगीत सोम और भारतेंदु सिंह की गिरफ्तारी लगभग पक्की है लेकिन उनकी नेता उमा भारती घेरा बनाकर उन्हें चंद कदम पर स्थित भाजपा प्रदेश मुख्यालय ले आईं। इस दौरान उन्होंने चेतावनी दी कि भाजपा विधायकों की गिरफ्तारियां के गंभीर परिणाम होंगे। पुलिस इससे बैकफुट पर आ गई।
एक नए बवाल से बचने के लिए पुलिस ने फिलहाल गिरफ्तारी न करने का फैसला किया। उच्चाधिकारियों ने विमर्श कर विधायकों की रणनीति के परिणाम का आकलन किया तो उन्हें भी लगा कि स्थिति खराब हो सकती है।
उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिरीक्षक (कानून व्यवस्था) राज कुमार विश्वकर्मा ने संवाददाताओं से कहा कि जिन विधायकों के खिलाफ अदालत द्वारा वारंट जारी किए गए हैं वारंट उन्हें तामील करवा रहे हैं। अभी किसी विधायक की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। विशेष टीम जांच कर रही है और जो दोषी होंगे उनकी गिरफ्तारी जरूर होगी।
वहीं इस मामले में पूछे जाने पर राज्य के संसदीय कार्यमंत्री आजम खान ने कहा कि अदालत के वारंट का मतलब होता है कि गिरफ्तारी होगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसी दोषी को नहीं बख्शेगी। सरकार दोषियों को सजा दिलाने के लिए अदालत के दरवाजे तक जाएगी।
मामला दर्ज होने के एक सप्ताह से ज्यादा समय बीतने के बाद भी पुलिस अभी तक किसी नेता को गिरफ्तार नहीं कर पाई है।
उल्लेखनीय है कि मुजफ्फरनगर के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) ने मंगलवार को धारा 144 लागू होने के बावजूद सभा व भाषणबाजी करने के मामले में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सांसद कादिर राणा, बसपा विधायक सलीम राणा व जमील अहमद और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक संगीत सोम, भारतेंदु सिंह, किसान नेता राकेश और नरेश टिकैत सहित कुल 16 लोगों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किए।
सूत्रों के मुताबिक मुजफ्फरनगर हिंसा में अपनी कार्यशैली को लेकर घिरी सपा सरकार ने हिंसा भड़काने के आरोपी भाजपा और बसपा नेताओं की गिरफ्तारी की मंजूरी दे दी गई थी, लेकिन पुलिस फिलहाल स्थिति का आकलन कर रही है।
मुजफ्फरनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रवीण कुमार ने बुधवार को कहा कि जिन नेताओं के खिलाफ हिंसा में शामिल होने और भड़काने के आरोप में मामले दर्ज हैं, अगले 48 घंटों के अंदर उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। बिना किसी का नाम लिए कुमार ने कहा कि पुलिस ने इन नेताओं के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य जुटा लिए हैं। पुलिस के ऊपर कोई राजनीतिक दबाव नहीं है।
इसके बाद नफा-नुकसान का आकलन करने के बाद पुलिस-प्रशासन ने फिलहाल गिरफ्तारी को टाल दी लेकिन उसने दावा किया हिंसा भड़काने के आरोप में नामजद विधायकों की जल्द गिरफ्तारियां की जाएंगी।
लखनऊ में विधानसभा के बाहर पुलिस के जमावड़े को देखकर लग रहा था कि भाजपा विधायक संगीत सोम और भारतेंदु सिंह की गिरफ्तारी लगभग पक्की है लेकिन उनकी नेता उमा भारती घेरा बनाकर उन्हें चंद कदम पर स्थित भाजपा प्रदेश मुख्यालय ले आईं। इस दौरान उन्होंने चेतावनी दी कि भाजपा विधायकों की गिरफ्तारियां के गंभीर परिणाम होंगे। पुलिस इससे बैकफुट पर आ गई।
एक नए बवाल से बचने के लिए पुलिस ने फिलहाल गिरफ्तारी न करने का फैसला किया। उच्चाधिकारियों ने विमर्श कर विधायकों की रणनीति के परिणाम का आकलन किया तो उन्हें भी लगा कि स्थिति खराब हो सकती है।
उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिरीक्षक (कानून व्यवस्था) राज कुमार विश्वकर्मा ने संवाददाताओं से कहा कि जिन विधायकों के खिलाफ अदालत द्वारा वारंट जारी किए गए हैं वारंट उन्हें तामील करवा रहे हैं। अभी किसी विधायक की गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। विशेष टीम जांच कर रही है और जो दोषी होंगे उनकी गिरफ्तारी जरूर होगी।
वहीं इस मामले में पूछे जाने पर राज्य के संसदीय कार्यमंत्री आजम खान ने कहा कि अदालत के वारंट का मतलब होता है कि गिरफ्तारी होगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसी दोषी को नहीं बख्शेगी। सरकार दोषियों को सजा दिलाने के लिए अदालत के दरवाजे तक जाएगी।
मामला दर्ज होने के एक सप्ताह से ज्यादा समय बीतने के बाद भी पुलिस अभी तक किसी नेता को गिरफ्तार नहीं कर पाई है।
उल्लेखनीय है कि मुजफ्फरनगर के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी (सीजेएम) ने मंगलवार को धारा 144 लागू होने के बावजूद सभा व भाषणबाजी करने के मामले में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के सांसद कादिर राणा, बसपा विधायक सलीम राणा व जमील अहमद और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक संगीत सोम, भारतेंदु सिंह, किसान नेता राकेश और नरेश टिकैत सहित कुल 16 लोगों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किए।
सूत्रों के मुताबिक मुजफ्फरनगर हिंसा में अपनी कार्यशैली को लेकर घिरी सपा सरकार ने हिंसा भड़काने के आरोपी भाजपा और बसपा नेताओं की गिरफ्तारी की मंजूरी दे दी गई थी, लेकिन पुलिस फिलहाल स्थिति का आकलन कर रही है।
मुजफ्फरनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रवीण कुमार ने बुधवार को कहा कि जिन नेताओं के खिलाफ हिंसा में शामिल होने और भड़काने के आरोप में मामले दर्ज हैं, अगले 48 घंटों के अंदर उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। बिना किसी का नाम लिए कुमार ने कहा कि पुलिस ने इन नेताओं के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य जुटा लिए हैं। पुलिस के ऊपर कोई राजनीतिक दबाव नहीं है।
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