
थल सेना के प्रमुख सीडीएस उपेंद्र द्विवेदी ने हाल ही में चित्रकूट में जगद्गुरु रामभद्राचार्य का आशीर्वाद लिया. इस दौरान उन्होंने आध्यात्मिक चर्चा की. इसके बाद रामभद्राचार्य ने कहा कि उन्होंने आर्मी सेना के चीफ उपेंद्र द्विवेदी को राम मंत्र की दीक्षा दी है और दक्षिणा में पीओके की मांग की है. अब जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने NDTV से खास बातचीत की है.
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रामभद्राचार्य
वहीं, इससे पहले जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा था कि मुझे लगता है कि पाकिस्तान अपनी आदत से बाज नहीं आएगा. पाकिस्तान को यह समझना होगा कि इस बार ऑपरेशन सिंदूर के तहत उसकी जमकर धुलाई हुई है और आगे फिर से नापाक हरकत की तो अंजाम घातक होंगे. हमारी भारतीय सेना ने पाकिस्तान की जमकर पिटाई की है लेकिन, भारत के हाथों पिटाई खाने के बाद भी पाकिस्तान सुधरने वाला नहीं है. हम कह रहे हैं कि हमें पीओके चाहिए और हमें यह बहुत जल्द मिलेगा.
#NDTVExclusive | सेना प्रमुख ने आचार्य रामभद्राचार्य से ली राम मंत्र की दीक्षा, 'दक्षिणा में मांगा POK'#JagadGuruRambhadracharya | #Pok | @anantbhatt37 | @Ankit_Tyagi01 pic.twitter.com/w7hhKl042u
— NDTV India (@ndtvindia) May 29, 2025
जगद्गुरु रामभद्राचार्य के बारे में
जगद्गुरु रामभद्राचार्य का जन्म 14 जनवरी 1950 को उत्तर प्रदेश के जौनपुर में हुआ था. वह एक प्रसिद्ध हिंदू आध्यात्मिक नेता, शिक्षाविद्, संस्कृत विद्वान, बहुभाषाविद, कवि, लेखक, दार्शनिक, संगीतकार, नाटककार और कथावाचक हैं. वह भले ही नेत्रहीन हैं लेकिन इसके बाद भी उन्हें 22 भाषाओं का ज्ञान हैं और अबतक वह 80 ग्रंथों की रचना कर चुके हैं. उन्होंने चित्रकूट धाम में "जगद्गुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग राज्य विश्वविद्यालय" की स्थापना की और उनकी कई साहित्यिक और संगीत रचनाएं हैं.
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