नई दिल्ली:
सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के प्रस्तावित अनशन से पहले ही दिल्ली पुलिस द्वारा मंगलवार को उन्हें हिरासत में ले लिए जाने के बाद संसद के दोनों सदनों में इस मुद्दे को लेकर जबरदस्त हंगामा हुआ और कार्यवाही बुधवार तक के लिए स्थगित करनी पड़ी। मुद्दे पर गृहमंत्री पी चिदंबरम ने सरकार की ओर से बयान से बयान दिया परंतु विपक्ष संतुष्ट नहीं हुआ और लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने इस मुद्दे पर सीधे पीएम से बयान देने की मांग की है। लोकसभा की कार्यवाही सुबह 11 बजे जैसे ही शुरू हुई सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया। लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने सदस्यों को शांत कराने की पूरी कोशिश की लेकिन हंगामा नहीं थमा। इस कारण सदन की कार्यवाही पहले 11.30 बजे तक के लिए और फिर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। लेकिन 12 बजे जब सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू हुई तो भी हंगामा नहीं थमा और कार्यवाही बुधवार 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। कुछ ऐसी ही स्थिति राज्यसभा की भी थी। सुबह 11 बजे कार्यवाही शुरू होने के बाद जबरदस्त हंगामा हुआ और कार्यवाही 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। दोपहर 12 बजे दोबारा कार्यवाही शुरू होने के बाद भी हंगामा नहीं थमा और कार्यवाही बुधवार 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।