यूपी के अमरोहा के साथलपुर की गौशाला में जहरीला चारा खाने से अब तक 55 गायों की मौत हो गई है और लगभग 100 गाय बीमार पड़ गई हैं, जिसे लेकर मुख्यमंत्री ने जांच के आदेश दिए हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पशुपालन मंत्री को भी तत्काल मौके पर पहुंचने का निर्देश दिया है. इस मामले में चारा बेचने वाले शख्स को गिरफ्तार कर लिया गया है.
आखिर चारा जहरीला कैसे बन गया? इसे लेकर पशुपालन विभाग के सूत्रों के मुताबिक- गर्मी में झुलसे हुए हरे चारे में साइनाइड निर्माण होने से ऐसा होता है, इसलिए गर्मी में झुलसे हुए हरे चारे को पालतू पशुओं को नहीं खिलाना चाहिए. खेत को पानी से नियमित रूप से भरना चाहिए. हरे चारे में पत्तियों में Dhurrin नामक रसायन होता है, जिससे साइनाइड बनता है, स्वस्थ पत्तियों के Mesophyll में एक एंजाइम होता है, जो Dhurrin से साइनाइड को निकाल देता है, परन्तु जब पत्तियां झुलस जाती हैं, तब एंजाइम यह कार्य नहीं कर पाता है और साइनाइड लगातार बनता रहता है, ऐसी पत्तियों के खाने से पशु की दो घंटे में मौत हो जाती है, क्योंकि हीमोग्लोबिन में ऑक्सीजन ले जाने की क्षमता खत्म हो जाती है.
गौवंश में इसे खाने पर मुख्य लक्षण
सांस लेने में दिक्कत
अत्यधिक लार का स्राव
बेचैनी
मिर्गी जैसे लक्षण
पैरों में अनियंत्रित गति
मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) की ओर से ट्विटर पर कहा गया है कि मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने अमरोहा में हुई गौवंशों की मृत्यु की खबरों का संज्ञान लेते हुए पशुधन मंत्री को तत्काल मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए हैं. ट्वीट में कहा गया है कि मुख्यमंत्री जी ने अपर मुख्य सचिव, डायरेक्टर पशुधन व मुरादाबाद कमिश्नर को पूरे मामले की जांच रिपोर्ट सौंपने हेतु निर्देशित किया है. सीएमओ के मुताबिक कि मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कृत्य में लिप्त दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.
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