विज्ञापन

भगोड़ों पर लगाम लगाने के लिए आया भारतपोल पोर्टल, अमित शाह ने किया लॉन्च

अमित शाह ने कहा कि भारतपोल हमारे देश की इन्वेस्टिगेशन को नए युग में ले जाने वाली पहल है. इसके लिए पूरे सीबीआई परिवार और खासकर सीबीआई डायरेक्टर को बहुत-बहुत बधाई.

भगोड़ों पर लगाम लगाने के लिए आया भारतपोल पोर्टल, अमित शाह ने किया लॉन्च
अमित शाह ने लॉन्च किया भारतपोल पोर्टल.

भारत के भगोड़े अपराधियों पर लगाम कसना अब और आसान होने जा रहा है.  इसके लिए अब इंटरपोल की तर्ज पर भारतपोल (Bharatpol Launch) बनाया गया है. गृह मंत्री अमित शाह ने आज भारत मंडपम में भारतपोल पोर्टल को लॉन्च किया. इस दौरान उन्होंने इससे होने वाले फायदे देश को बताए. अमित शाह ने इसे देश की इन्वेस्टिगेशन को नए युग में ले जाने वाली पहल बताया. इसके लिए उन्होंने पूरे सीबीआई परिवार और खासकर सीबीआई डायरेक्टर को बधाई भी दी.

ये भी पढ़ें-Explainer: भगोड़ों की अब खैर नहीं, अमित शाह ने लॉन्च किया 'भारतपोल', जानें कैसे करेगा काम

शाह ने कहा कि 2047 में जब आजादी की शताब्दी मनाई जाएगी तब भारत हर क्षेत्र में सबसे आगे होगा.भारत हर क्षेत्र में विश्व का नेतृत्व करेगा. 2027 तक भारत को तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य है. भारत को पूर्ण विकसित राष्ट्र बनाने का संकल्प है. 

अमित शाह ने क्या कहा?

  • भारतपोल लॉन्चिंग के दौरान गृह मंत्री ने कहा कि यह पोर्टल जांच को अगले स्तर पर ले जाएगा. अब तक सीबीआई ही जांच के लिए एकमात्र एजेंसी थी, लेकिन भारतपोल अब विभिन्न पुलिस बलों के बीच बेहतर समन्वय स्थापित करके जांच करने में मदद करेगा.
  • अभी तक इंटरपोल के साथ सिर्फ सीबीआई काम कर पाती थी, लेकिन अब भारतपोल के जरिए राज्यों की पुलिस और दूसरी एजेंसियां सब आपस मे इंटरकनेक्ट रहेंगे.
  • नोडल एजेंसी अभी भी सीबीआई ही रहेगी, जो इंटरपोल से डायरेक्ट कनेक्ट रहेगी. लेकिन अब दूसरी एजेंसी भी इंटरनेशनल लेवल पर होने वाले क्राइम को पहले रोकने में योगदान निभा पाएगी.
  • 2047 में जब देश को आजाद हुए 100 साल हो जाएंगे, तब भारत हर क्षेत्र में सबसे आगे होगा.
  • 2027 तक भारत को विश्व की तीसरे नंबर को अर्थव्यवस्था बनाएंगे.
  • हमने एक साइंटिफिक लेवल पर भारत को आगे बढ़ाने की तैयारियां शुरू की हैं.
  • वैश्विक चुनौतियों को नजर में रखते हुए खुद को अपडेट करना होगा.
  • भारतपोल के पांचों मॉड्यूल इस तरह काम करेगी जैसे एनसीबी हो. त्वरित, सुनिश्चित इंटरपोल के जरिए अपराधियों को लोकेट करने और भारत मे भी अपराधियों को लोकेट करने में मदद मिलेगी.
  • इंटरपोल 195 देशों की पुलिस का कोर्डिनेशन होता है. भारतपोल के माध्यम से 195 देशों की पुलिस के साथ समन्वय में मदद करेगा.
  • रियल टाइम इंटरफेस इसकी विशेषता है. ये पोर्टल अपराध नियंत्रण के लिए मदद करेगा. अंतरराष्ट्रीय सहयोग इस पोर्टल के माध्यम से रेड कॉर्नर नोटिस और अलग अलग नोटिस जारी करने में मददगार होगा. 
  • कई सालों तक भारत में अपराध करके दूसरे देशों में जाकर छिपे और कानून की रीच से बाहर अपराधियों को तकनीक के माध्यम से पकड़ने में मदद मिलेगी. 
  • दुनिया के किसी भी कोने में छिपे अपराधियों पर कोर्ट के आर्डर के साथ  इनपर ट्रायल चलाना और इनको भारत वापस लाने में भारतपोल मददगार साबित होगा. 
  • सीबीआई को टीम बनाकर भारतपोल के उपयोग की ट्रेनिंग और नए कानून को नीचे तक पहुंचाने के लिए काम करना होगा.

  • ड्रग ट्रैफिकिंग, हथियार स्मगलिंग, ह्यूमन ट्रैफिकिंग इस तरह के क्राइम में भारतपोल के माध्यम से 195 देशों की पुलिस इंटरपोल के साथ कनेक्ट होकर बेहतर काम करेगी.

  • इंटरपोल से कनेक्ट होगे राज्यों की पुलिस को बहुत एक्टिव रहना होगा. इंटरपोल के सभी नोटिस की व्यवस्था को लेकर इंस्टीट्यूशन लेवल पर करना होगा.

  • एक अधिकारी अपनी योग्यता से इसका इस्तेमाल करता है ऐसा कम केस में होता है. राज्यों की पुलिस को सजग और ट्रेनिंग देकर एक्टिव करना होगा. 

  • 19 प्रकार के डेटाबेस हमारे पास उपलब्ध होंगे. क्राइम रोकने, अपराधियों को पकड़ने, साइबर अपराध को रोकने में भी भारतपोल के जरिए मदद मिलेगी. इसकी ट्रेनिंग देना बेहद जरूरी है.

भारतपोल के पास 5 महत्वपूर्ण मॉड्यूल 

  • कनेक्ट: भारत में इंटरपोल के लिए राष्ट्रीय केंद्रीय ब्यूरो के रूप में सीबीआई को इंटरपोल संपर्क अधिकारियों और यूनिट अधिकारियों को शामिल करके भारत के सभी कानून प्रवर्तन प्राधिकरणों के साथ एक ही मंच पर जोड़ता है. 
  •  इंटरपोल नोटिस: इंटरपोल नोटिस के लिए अनुरोधों का तीव्र, सुरक्षित और संरचित प्रसारण. ये दुनिया भर की सभी कानून प्रवर्तन एजेंसियों की वैश्विक सूचनाएं यहां रहेंगी.
  • इंटरपोल रेफरेंस: इंटरपोल चैनलों के माध्यम से 195 देशों से आपराधिक मामलों और विदेशों में जांच के लिए भारतीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों को त्वरित अंतर्राष्ट्रीय सहायता की सुविधा प्रदान करता है. 
  • ब्रॉडकास्ट: मदद के लिए 195 विदेशी देशों से अनुरोध या उनके द्वारा साझा की गई आपराधिक खुफिया जानकारी को कार्रवाई या भारतीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों को जानकारी के लिए उपयोग किया जा सकता है.
  • रिसोर्स: प्रासंगिक दस्तावेज़ों और क्षमता निर्माण संसाधनों तक पहुंच प्रदान करेगा. सफलता की कहानियों और नवीनतम विकास को प्रदर्शित करने के लिए एक विंडो भी है.

हर एजेंसी बनेगी सशक्त, अपराधियों पर कसेगी लगाम

अमित शाह ने इन सभी का जिक्र करते हुए कहा कि इस पोर्टल के जरिए सभी कानून प्रवर्तन एजेंसियों के लिए एक ही मंच मौजूद होगा. भले ही इसका कामकाज सीबीआई के तहत होगा लेकिन हर एजेंसी को एनसीबी की तरह सशक्त बनाया जाएगा. शाह ने कहा कि पहले कई सालों से अपराधी भारतीय जांच एजेंसियों की पहुंच से बाहर रहते थे. अब तीन नए आपराधिक विधेयकों के आने के बाद हम ऐसे अपराधियों पर दुनिया के किसी भी हिस्से में बैठे-बैठे मुकदमा चला सकते हैं.

भारतपोल से भगोड़े अपराधियों को भारतीय कानून प्रवर्तन एजेंसियों के दायरे में लाया जाएगा. वे चाहे जहां भी हों, अब हम उनका पता लगाने और उन्हें भारत वापस लाने में सक्षम हो सकेंगे. शाह ने कहा कि  कई अपराधी भारतीय एजेंसियों की पहुंच से दूर हैं. 

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com