देश में लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम घोषित हो चुके हैं. चुनाव परिणाम एनडीए के पक्ष में रहा. इसके बावजूद उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी का जलवा देखने को मिला. समाजवादी पार्टी ने जिस तरह का प्रदर्शन यूपी में किया, उससे भारतीय जनता पार्टी को देश के सबसे बड़ा राज्य में सबसे बड़ा झटका लगा है. अब उत्तर प्रदेश में मिली कामयाबी पर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने जनता का आभार जताया.
अखिलेश ने यूपी की जनता को किया सलाम
अखिलेश ने एक्स पर लिखा, 'जनता को प्रणाम, जनमत को सलाम! उप्र की जागरूक जनता ने देश को एक बार फिर से नयी राह दिखायी है, नयी आस जगायी है. ये संविधान, लोकतंत्र और आरक्षण बचाने की और सामाजिक न्याय सुनिश्चित करवाने की जीत है. उप्र की प्रगतिशील जनता के विचार ही वोट के रूप में हमें मिले हैं. ये बंटवारे की नकारात्मक राजनीति के ख़िलाफ़, सौहार्द-भाईचारे और सकारात्मक राजनीति की जीत है. ये INDIA गठबंधन और PDA की एकता की जीत है. सबको हृदय से धन्यवाद, दिल से शुक्रिया!
जनता को प्रणाम, जनमत को सलाम!
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 4, 2024
उप्र की जागरूक जनता ने देश को एक बार फिर से नयी राह दिखायी है, नयी आस जगायी है।
ये संविधान, लोकतंत्र और आरक्षण बचाने की और सामाजिक न्याय सुनिश्चित करवाने की जीत है। उप्र की प्रगतिशील जनता के विचार ही वोट के रूप में हमें मिले हैं। ये बँटवारे की… pic.twitter.com/8dSqbGGcc1
यूपी में समाजवादी पार्टी का जादुई प्रदर्शन
लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की राजनीति में समाजवादी पार्टी (सपा) ने अखिलेश की अगुवाई में चमत्कारिक वापसी कर राजनीतिक पंडितों को हैरान कर दिया. पीएम मोदी की जबरदस्त लोकप्रियता और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा राम मंदिर निर्माण का श्रेय लेने के बावजूद यूपी में सपा का शानदार प्रदर्शन रहा. यूपी में सपा को मिली कामयबी को चुनावी प्रदर्शन जमीनी स्तर पर अखिलेश की लोकप्रियता और उनकी राजनीतिक सूझबूझ का नतीजा बता रहे हैं.
37 सीटों पर सपा ने लहराया जीत का परचम
यूपी में 80 लोकसभा सीटों पर घोषित चुनाव परिणामों के अनुसार सपा ने 37 सीटें जीत ली जबकि उसकी सहयोगी कांग्रेस ने भी छह सीट पर जीत दर्ज की है. गौर करने वाली बात ये है कि सपा की स्थापना के बाद लोकसभा चुनावों में यह अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है और इसका पूरा क्रेडिट अखिलेश यादव को जाता है. सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद अखिलेश यादव ने न केवल अपनी पारिवारिक एकता कायम की है, बल्कि 2019 में बसपा से गठबंधन के बावजूद सिर्फ 5 सीटें जीतने वाली सपा ने अकेले (यादव) परिवार में ही 5 सीटें हासिल कर ली हैं.
उत्तर प्रदेश में इस बार बीजेपी को बड़ा झटका
2019 में अकेले 62 सीट पर जीत हासिल करने वाली भाजपा इस बार उप्र में 33 सीटों पर ही सिमट गई. सपा ने मायावती नीत बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के साथ गठबंधन में पिछला चुनाव लड़ा था और 5 सीट जीती थी, लेकिन इस बार सपा ने प्रदेश में भाजपा को करारा झटका दिया है, जिसने 2019 में 62 सीट जीती थीं. सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद यह पहला आम चुनाव था और अखिलेश ने निराश नहीं किया और उनके नेतृत्व में पार्टी साल 2004 से भी बेहतर प्रदर्शन किया है, 2004 के चुनाव में सपा ने 36 सीट जीती थीं.
(भाषा इनपुट्स के साथ)
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