यूक्रेन से सुरक्षित निकलने के बाद रोमानिया पहुंचे 219 भारतीय छात्रों को लेकर एय़र इंडिया की फ्लाइट (Air India Flight) मुंबई एयरपोर्ट पर पहुंच गई है. इस फ्लाइट ने रोमानिया से उड़ान भरी थी, क्योंकि रूस के हमले के कारण यूक्रेन का हवाई क्षेत्र बंद है. यह उड़ान सुरक्षित मुंबई पहुंच गई है. यूक्रेन (Ukraine Crisis) से जब भारतीय छात्र मुंबई पहुंचे तो केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने खुद उनकी अगवानी की और हालचाल जाना. गोयल ने कहा कि पीएम मोदी ने शुरुआत से ही इस मुद्दे पर गंभीरता दिखाई. विदेश मंत्रालय और दूतावासों के जरिये सैकड़ों भारतीय छात्र सुरक्षित आ चुके हैं, जिनमें ज्यादातर लड़कियां हैं. जल्द ही और बच्चे वापस आएंगे. जब तक सारे भारतीय नागरिक वापस नहीं आ जाते, ये मिशन चलता रहेगा.
Welcome back to the motherland!
— Piyush Goyal (@PiyushGoyal) February 26, 2022
Glad to see the smiles on the faces of Indians safely evacuated from Ukraine at the Mumbai airport.
Govt. led by PM @NarendraModi ji is working relentlessly to ensure safety of every Indian. pic.twitter.com/fjuzjtNl9r
मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने कहा, हमारे बच्चे सुरक्षित स्वदेश पहुंच गए हैं. बीएमसी ने उनकी सुविधा के लिए सभी इंतजाम किए हैं. बीएमसी ने उनकी सुविधा के लिए सभी इंतजाम किए हैं. पेडनेकर ने कहा कि उनके अस्थायी तौर पर रहने-खाने, कोरोना टेस्टिंग समेत सभी तरह के इंतजाम बीएमसी करेगी और उसका खर्च भी उठाएगी. रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट से सुरक्षित लाए गए भारतीय छात्रों ने विदेश मंत्रालय के अधिकारियों की प्रशंसा भी की है. उनका कहना है कि उनका अच्छे से ख्याल रखा गया. हालांकि अभी भी बहुत से भारतीय छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं और गोलाबारी के बीच बंकरों में शरण लिए हुए हैं. भारत सरकार उन सभी की सुरक्षित वापसी में जुटी हुई है.
#FlyAI: Bucharest to Mumbai, Air India flight AI 1944 arrived at Mumbai around 7.50 pm with 219 passengers today. #Happiness and Relief on their faces on landing in #India safely pic.twitter.com/ru7imz5eZx
— Air India (@airindiain) February 26, 2022
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शनिवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से बातचीत भी हुई थी. इस वार्ता में भी भारतीय छात्रों की सुरक्षा का मुद्दा उठाया था और यूक्रेनी सरकार से उनके रोमानिया हंगरी या अन्य सुरक्षित रास्तों के जरिये निकालने को लेकर जोर दिया गया था. इससे पहले विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ट्वीट कर कहा था कि वो भारतीयों की सुरक्षित वापसी के इस पूरे अभियान की खुद निगरानी कर रहे हैं. भारतीय दूतावास की टीमें लगातार इस मिशन में जुटी हैं.
वहीं यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने सभी नागरिकों से कहा है कि वो खुद अकेले सीमावर्ती इलाकों की ओर न जाएं. उन्हें लगातार अधिकारियों के संपर्क में रहने को कहा गया है. अभी भी हजारों भारतीय छात्र यूक्रेन में फंसे हुए हैं. उनके पास खाने-पीने और अन्य जरूरी सामान की कमी महसूस हो रही है. भारतीय छात्र अपने वीडियो के जरिये मदद की गुहार लगा रहे हैं. यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने ट्वीट कर बताया था कि कई सारे सीमावर्ती चेकपोस्ट पर हालात संवेदनशील बने हुए हैं. उन्हें पड़ोसी देशों के जरिये निकालने के लिए सभी संबंधित देशों से समन्वय किया जा रहा है.
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