नई दिल्ली:
करीब 3,600 करोड़ रुपये के अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलीकॉप्टर सौदा मामले में संसद में जारी राजनीतिक द्वंद के बीच पहले की रिपोर्टों के विपरीत उभरे कुछ तथ्यों में यह बात सामने आई है कि हेलीकॉप्टर सौदे की दिशा में भारत द्वारा किए गए डाउन पेमेंट को कंपनी द्वारा वापस नहीं किया गया।
सूत्रों ने NDTV से कहा कि 'अगस्ता वेस्टलैंड ने तीन हेलिकॉप्टरों के लिए लगभग 106 मिलियन यूरो वापस नहीं किए।'
ये तीन हेलिकॉप्टर भारत को दिए गए थे और एयरफोर्स ने नवंबर 2012 में इन्हें स्वीकार किया था। इसके नौ महीने बाद अगस्टा वेस्टलैंड भ्रष्टाचार के सिलसिले में इटली में पहली गिरफ्तारी को अंजाम दिया गया था।
भारत सरकार द्वारा अगस्टा वेस्टलैंड से किए गए भुगतान की वसूली के लिए मध्यस्थता कार्यवाही में प्रवेश के दौरान ये हेलिकॉप्टर भारतीय वायुसेना के साथ करीब 556 घंटों की उड़ान भर चुके थे।
NDTV के पास मौजूद ये नई जानकारियां, नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) के 2013 के निष्कर्षों की तरफ इशारा करते हैं, जिसमें हेलीकाप्टरों के अधिग्रहण में कई प्रक्रियागत खामियों की ओर इशारा किया गया था।
सूत्रों ने NDTV से कहा कि 'अगस्ता वेस्टलैंड ने तीन हेलिकॉप्टरों के लिए लगभग 106 मिलियन यूरो वापस नहीं किए।'
ये तीन हेलिकॉप्टर भारत को दिए गए थे और एयरफोर्स ने नवंबर 2012 में इन्हें स्वीकार किया था। इसके नौ महीने बाद अगस्टा वेस्टलैंड भ्रष्टाचार के सिलसिले में इटली में पहली गिरफ्तारी को अंजाम दिया गया था।
भारत सरकार द्वारा अगस्टा वेस्टलैंड से किए गए भुगतान की वसूली के लिए मध्यस्थता कार्यवाही में प्रवेश के दौरान ये हेलिकॉप्टर भारतीय वायुसेना के साथ करीब 556 घंटों की उड़ान भर चुके थे।
NDTV के पास मौजूद ये नई जानकारियां, नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (CAG) के 2013 के निष्कर्षों की तरफ इशारा करते हैं, जिसमें हेलीकाप्टरों के अधिग्रहण में कई प्रक्रियागत खामियों की ओर इशारा किया गया था।
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