रेलवे में लोको पायलट और सहायक लोको पायलट के कुल 1,27,644 पद हैं जिनमें से 18,766 पद (14.7 प्रतशित) एक मार्च 2024 को रिक्त थे. रेलवे बोर्ड ने सूचना का अधिकार (आरटीआई) के तहत किए गए एक आवेदन के जवाब में यह जानकारी दी है.
आरटीआई जवाब में रेलवे बोर्ड ने बताया कि सहायक लोको पायलट के मुकाबले लोको पायलट (ट्रेन चालक) के अधिक पद खाली हैं. मुहैया कराए गए आंकड़ों के मुताबिक लोको पायलट के 70,093 पद स्वीकृत हैं, जिनमें से 14,429 (लगभग 20.5 प्रतिशत) रिक्त हैं जबकि सहायक लोको पायलट के 57,551 पद स्वीकृत हैं जिनमें से 4,337 (लगभग 7.5 प्रतिशत) रिक्त हैं.
रेलवे बोर्ड ने मध्य प्रदेश के चंद्र शेखर गौड़ की अर्जी पर यह जानकारी दी. गौड़ ने बताया कि उन्होंने जोन-वार रिक्तियों की जानकारी मांगी थी, लेकिन बोर्ड ने कहा कि ऐसे आंकड़े केंद्रीयकृत नहीं हैं. रेलवे के विभिन्न कर्मचारी संघों और लोको पायलट संघों का कहना है कि रिक्त पदों के परिणामस्वरूप चालकों को अतिरिक्त घंटे ड्यूटी करनी पड़ती है क्योंकि उन्हें रिक्त पदों की भरपाई भी करनी होती है.
ऑल इंडिया रेलवेमेन्स फेडरेशन के महासचिव शिव गोपाल मिश्रा ने कहा, ‘‘इससे लोको पायलट पर काम का दबाव और तनाव बढ़ रहा है जो सुरक्षित ट्रेन परिचालन के हित में नहीं है.'' पश्चिम रेलवे के अहमदाबाद डिवीजन द्वारा मई 2023 में तैयार एक आधिकारिक नोट में कहा गया था कि लोको पायलट की कमी के कारण अप्रैल 2023 में 23.5 प्रतिशत लोको पायलट ने काम करने के अधिकतम समय 12 घंटे से अधिक काम किया.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं