राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विरोध में लगाए गए पोस्टरों को लेकर आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी (BJP) के बीच तकरार बढ़ गई है. इसको लेकर आज आप (AAP) जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करेगी. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे. दिल्ली आप संयोजक गोपाल राय ने ऐलान किया है कि आम आदमी पार्टी जंतर-मंतर से 'मोदी हटाओ देश बचाओ' का नारा बुलंद करेगी. पोस्टर लगाने के इस मामले में बुधवार को पुलिस ने 36 एफआईआर (FIR) दर्ज किए थे, वहीं छह लोगों को गिरफ्तार किया गया था.
आप नेता गोपाल राय ने कहा, "'पोस्टर लगाने पर एफआईआर दर्ज की गई है, क्या आपत्तिजनक पोस्टर है? 'मोदी हटाओ देश बचाओ' का नारा आम आदमी पार्टी अगर दे रही है, तो दिक्कत क्या है? भाजपा भी तमाम तरह के पोस्टर विरोधी पार्टियों के लिए लगाती रहती है. देश के पीएम अगर लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने में असफल हो रहे हैं, देश के संविधान पर हमला कर रहे हैं, तो इसका एक ही समाधान है कि 'मोदी हटाओ देश बचाओ'.
आम आदमी पार्टी के दिल्ली संयोजक और दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय के मुताबिक पोस्टर आम आदमी पार्टी ने ही लगवाए हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी हजारों पोस्टर लगवाती रहती है, कभी एफआईआर नहीं होती. रोजाना अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बीजेपी पोस्टर लगाती है, कभी एफआईआर नहीं होती. यह एक तरह का डर दिख रहा है. यह पार्टियों का अधिकार है कि वह क्या नारा लगाती हैं. पुलिस को इस तरह की एकतरफा कार्रवाई नहीं करनी चाहिए.
इस पूरे मामले को लेकर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने पीएम मोदी पर तंज कसे हैं. अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को पुलिस की कार्रवाई का जिक्र करते हुए मीडिया से बातचीत में कहा कि पीएम मोदी 'डर गए' हैं. केजरीवाल ने कहा, "पोस्टरों पर प्राथमिकी (प्रथम सूचना रिपोर्ट) दर्ज की गई है. मोदी जी इतने डरे हुए क्यों हैं? कोई भी इस पोस्टर को लगा सकता है. इतना डरा हुआ प्रधानमंत्री, इतना असुरक्षित प्रधानमंत्री."
आम आदमी पार्टी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया है कि दिल्ली में तानाशाही शिखर पर पहुंच गई है. आप ने ट्वीट किया, "मोदी सरकार की तानाशाही चरम पर है‼️ इस Poster में ऐसा क्या आपत्तिजनक है जो इसे लगाने पर मोदी जी ने 100 F.I.R. कर दी? PM Modi, आपको शायद पता नहीं पर भारत एक लोकतांत्रिक देश है. एक पोस्टर से इतना डर! क्यों?"
वहीं दिल्ली बीजेपी प्रवक्ता हरीश खुराना ने कहा कि कानून के अनुसार प्रिंटर के नाम के साथ पोस्टर लगाने होते हैं. आम आदमी पार्टी ने पोस्टर लगाने में कानून का पालन नहीं किया. आप में हिम्मत नहीं है कि वे कहे कि उसी ने पोस्टर लगाए हैं. 'एक तो चोरी ऊपर से सीनाजोरी', कुछ यही आलम आम आदमी पार्टी का है. आप पोस्टर लगवाते हो बिना नाम के, और जब एफआईआर होती है, तो चिल्लाना शुरू कर देते हो कि देश के अंदर लोकतंत्र नहीं है. कानून तो आप मानते नहीं, इसलिए पोस्टर लगवा दिए. हिम्मत है, तो नाम डालिए. कानून अपना काम कर रहा है. इसके बीच पॉलिटिक्स करने की कोशिश मत कीजिए.
दरअसल राजधानी के कई इलाकों में दीवारों और खंबों पर प्रधानमंत्री के विरोध में आपत्तिजनक पोस्टर लगाए गए थे. पुलिस के मुताबिक, पोस्टरों में प्रिंटिंग प्रेस का नाम नहीं लिखा था, इसलिए कार्रवाई बड़े पैमाने पर हो रही है. 2000 पोस्टर दीवारों से हटाए गए, जबकि 2000 जब्त किए गए. गिरफ्तार आरोपियों में से दो प्रिंटिंग प्रेस के मालिक हैं.
पुलिस के मुताबिक, ऐसे 50 हजार पोस्टर छापने का ऑर्डर मिला था. ये पोस्टर शनिवार देर रात और सोमवार सुबह तड़के चिपकाए गए थे. इस मामले में सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट में 2 एफआईआर हुई और तीन गिरफ्तारी हुई हैं. दिल्ली पुलिस ने ये कार्रवाई जमानती धाराओं में की है, इसलिए सभी गिरफ्तार लोगों को जमानत मिल गई है.
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