देशभर में 74वें गणतंत्र दिवस का जश्न, प्वाइंट्स में पढ़ें इस बार की परेड में क्या है खास

देशभर में 74वें गणतंत्र दिवस का जश्न, प्वाइंट्स में पढ़ें इस बार की परेड में क्या है खास

Republic Day: देश मना रहा है 74वां गणतंत्र दिवस

74th Republic Day Celebration: इस बार परेड में सेना के अलावा DRDO और पूर्व सैनिकों की झांकी भी शामिल होगी. राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की 17 झांकिया भी होंगी. अधिकांश झांकियों का विषय नारी शक्ति है. दिल्ली में आज सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए हैं.

मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :

  1. देश आज 74वां गणतंत्र दिवस मना रहा है. पहली बार कर्तव्य पथ पर परेड होगी, जिसकी सलामी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू लेंगी. मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल सीसी कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हैं.

  2. परेड विजय चौक से लेकर लालकिले तक जाएगी. परेड की शुरुआत सुबह 10.30 बजे से होगी, जो करीब 90 मिनट तक चलेगी. समारोह की शुरुआत राष्ट्रीय समर स्मारक पर श्रद्धांजलि के साथ होगी.

  3. परेड में भारत की तीनों सेनाएं अपनी ताकत दिखाएंगी. भारतीय सशस्त्र सेनाओं की 8 मार्चिंग टुकड़ियां परेड में होंगी, जिसमें थलसेना की 6, वायुसेना और नौसेना की 1-1 की टुकड़ी होगी.

  4. इसके अलावा मिस्र की सेना का संयुक्त बैंड और मार्चिंग दस्ता भी शामिल होगा. वायुसेना के 45 विमान भी पराक्रम दिखाएंगे. इस बार परेड में सेना के अलावा DRDO और पूर्व सैनिकों की झांकी भी शामिल होगी.

  5. राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की 17 झांकिया भी होंगी. अधिकांश झांकियों का विषय नारी शक्ति है. दिल्ली में आज सुरक्षा के कड़े इंतज़ाम किए गए हैं.

  6. इस बार परेड में 45 हजार आम लोग भी शामिल हो रहे हैं. करीब 12 हज़ार पास बांटे गए हैं और करीब 32 हजार ऑनलाइन टिकट बेचे गए.

  7. इन सभी लोगों के बैठने के लिए अलग तरह के इंतजाम किए गए हैं. वर्टिकल प्लेटफार्म पर कुर्सियां लगी हैं.  पीछे बैठे लोग भी आसानी से परेड देख पाएंगे.

  8. कोरोना से पहले गणतंत्र दिवस समारोह में करीब सवा लाख लोग शामिल होते थे. कोरोना के दौरान करीब 25 हज़ार लोग शामिल हुए थे.

  9. सुबह 10.06 बजे समारोह की शुरुआत होगी. पीएम मोदी राष्ट्र की ओर से शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि देने के बाद 10.21 पर कर्तव्य पथ पर पहुंचेंगे. 

  10. 10.25 बजे उपराष्ट्रपति कर्तव्य पथ पर पहुंचेंगे और 10.26 पर राष्टपति अंगरक्षकों के साथ आते हैं. घुड़सवार अंगरक्षकों का यह रेजिमेंट भारतीय सेना की सबसे वरिष्ठतम रेजिमेंट से एक है. इसके जवान छह फुट के होते हैं और अपने हाथों में करीब नौ फुट के लंबे भाले लिए होते हैं.