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This Article is From Apr 15, 2017

पाकिस्‍तान अधिकृत कश्‍मीर(Pok) में भारतीय खुफिया एजेंसी (RAW) के तीन संदिग्ध एजेंट गिरफ्तार : पाक मीडिया

पाकिस्‍तान अधिकृत कश्‍मीर(Pok) में भारतीय खुफिया एजेंसी (RAW) के तीन संदिग्ध एजेंट गिरफ्तार : पाक मीडिया
प्रतीकात्‍मक तस्‍वीर
इस्लामाबाद: भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को रॉ का एजेंट बताकर और जासूसी के आरोप में पाकिस्‍तान की सैन्‍य अदालत ने उनको फांसी की सजा सुनाई है. इस पर भारत की सख्‍त प्रतिक्रिया के बावजूद ऐसा लगता है कि पाकिस्‍तान अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. अब पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर की पुलिस ने दावा किया है कि उसने राज्य विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता के आरोप में रॉ के तीन संदिग्ध एजेंट को गिरफ्तार किया है. पाकिस्‍तानी डॉन समाचारपत्र ने खबर दी है कि रावलकोट में एक ब्रीफिंग के दौरान मीडिया के सामने संदिग्धों को मास्क लगा कर पेश किया गया. रिपोर्ट के मुताबिक, ये तीनों पीओके में अब्बासपुर के तरोती गांव के निवासी हैं. भारत ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.

उल्‍लेखनीय है कि पिछले दिनों भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने मौत की सज़ा सुनाई है. कुलभूषण पर पाकिस्तान आर्मी कानून के तहत मुक़दमा चलाया गया. पाकिस्तान लगातार ये दावा कर रहा है कि वो रॉ के एजेंट हैं. हालांकि भारत पहले ही साफ़ कर चुका है कि कुलभूषण रॉ एजेंट नहीं हैं. भारत ने कहा था कि वो नौसेना के रिटायर्ड अधिकारी हैं, लेकिन वो किसी भी रूप में सरकार से नहीं जुड़े हुए हैं. पाकिस्तान ने आरोप लगाए कि जाधव पाकिस्तान को अस्थिर करना और पाकिस्तान के ख़िलाफ़ जंग छेड़ना चाहते थे. कुलभूषण को 3 मार्च 2016 को ईरान से पाक में अवैध घुसपैठ के चलते गिरफ़्तार किया गया था. भारत ने इस पर सख्‍त प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यदि कुलभूषण को फांसी होती है तो इसे सुनियोजित हत्‍या माना जाएगा. विदेश मंत्री सुषमा स्‍वराज ने कहा कि कुलभूषण पूरे हिंदुस्‍तान का बेटा है और उसकी वापसी के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे.

सिर्फ इतना ही नहीं पाकिस्तान में कुलभूषण जाधव को फांसी की सजा सुनाए जाने से उपजे तनाव के बीच भारत ने अगले हफ्ते पाकिस्तान के साथ होने वाली समुद्री सुरक्षा वार्ता को रद्द कर दिया है. पाकिस्तान की समुद्री सुरक्षा एजेंसी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल नई दिल्ली के दौरे पर 16-19 अप्रैल के बीच मछुआरे, खोज और बचाव अभियान से संबंधित मुद्दों पर चर्चा करने के लिए आने वाला था.

तटरक्षक बल के सूत्र ने बताया कि रक्षा मंत्रालय ने प्रतिनिधिमंडल के दौरे को मंजूरी नहीं दी. भारत के पूर्व नौसेना अधिकारी जाधव को पाकिस्तानी सैन्य अदालत की ओर से मौत की सजा सुनाए जाने के बाद दोनों देशों के बीच तनाव के बाद यह नया घटनाक्रम है. भारत यह बात पहले कह चुका है कि अगर जाधव को फांसी की सजा दी जाती है तो वह इसे पूर्वनियोजित हत्या के रूप में देखेगा.


(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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