
- अर्बन एलिवेटेड द्वारका एक्सप्रेसवे देश का पहला आठ लेन वाला एक्सप्रेसवे है, जिसकी कुल लंबाई 29 किलोमीटर है
- इस एक्सप्रेसवे का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी17 अगस्त को करेंगे
- एक्सप्रेसवे से गुरुग्राम के ट्रैफिक जाम में कमी आएगी और एयरपोर्ट पहुंचने का समय कई गुना कम होगा
Dwarka Expressway Key Points: देशभर में लगातार नए एक्सप्रेसवे बन रहे हैं, जिनमें गाड़ियां फर्राटा भरते हुए दौड़ती हैं और लोगों का काफी वक्त बचता है. इसी कड़ी में अब देश का पहला 8 लेन वाला एक्सप्रेसवे बनकर तैयार हो चुका है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार 17 अगस्त को इस अर्बन एलिवेटेड द्वारका एक्सप्रेसवे का उद्घाटन करेंगे. इस दौरान द्वारका एक्सप्रेसवे और अर्बन एक्सटेंशन रोड-2 (यूईआर-2) का उद्घाटन होगा. आइए जानते हैं कि इस एक्सप्रेसवे को बनने में कितने साल लगे, कितना बजट खर्च हुआ और इससे सबसे ज्यादा फायदा किसे होगा.
किन लोगों को होगा फायदा?
इस एक्सप्रेसवे के शुरू होने का सबसे ज्यादा फायदा गुरुग्राम में रहने वाले लोगों को होगा. एनएच-48 पर लगने वाले ट्रैफिक जाम को ये एक्सप्रेसवे लगभग खत्म कर देगा. इस एक्सप्रेसवे से गुरुग्राम से निकलने के 10 मिनट बाद आप एयरपोर्ट पहुंच सकते हैं. इसके अलावा अर्बन एक्सटेंशन रोड-2 के शुरू होने के बाद सोनीपत और पानीपत हाईवे तक पहुंचने में एक घंटे से भी कम समय लगेगा. कुल मिलाकर दिल्ली-एनसीआर के लोगों के लिए ये दोनों ही प्रोजेक्ट काफी राहत देने वाले हैं. दिल्ली में यशोभूमि पर दोनों ही एक्सप्रेसवे का जंक्शन बनाया गया है.
- पंजाब, हरियाणा, उत्तराखंड और हिमाचल से आने वाले लोग 20 मिनट में पहुंचेंगे एयरपोर्ट
- धौला कुआं से आने वाली गुरुग्राम की रोड का 50 फीसदी ट्रैफिक होगा कम
कुल इतनी है लंबाई
अर्बन एलिवेटेड द्वारका एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 29 किलोमीटर है और इसकी चौड़ाई करीब 34 मीटर है. जिसका ज्यादातर हिस्सा (18.9 किमी) हरियाणा में और बाकी का (10.1 किमी) दिल्ली में है. दिल्ली के महिपालपुर में शिव मूर्ति से ये एक्सप्रेसवे शुरू होता है और गुरुग्राम के खेड़की दौला टोल प्लाजा पर खत्म होता है.
इतना बजट हुआ है खर्च
द्वारका एक्सप्रेसवे पर दो लाख मीट्रिक टन स्टील और 20 लाख क्यूबिक मीटर सीमेंट का इस्तेमाल हुआ है. यही वजह है कि इसे दुनिया का सबसे मजबूत और बेहतरीन एक्सप्रेसवे माना जा रहा है. इसे तैयार करने में कुल 9 हजार करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं. इस प्रोजेक्ट को 2018 में शुरू किया गया था और 2021 तक इसे तैयार होना था. हालांकि कोविड के चलते इसमें करीब चार साल की देरी हो गई.
ये चीजें पहली बार
- सिंगर पिलर पर 8 लेन रोड
- दो जगह पर भारत का पहला चार स्तरीय इंटरचेंज
- नौ जगहों पर तीन स्तरीय इंटरचेंज
- 3.6 किमी 8 लेन लंबी टनल
देश की सबसे चौड़ी सुरंग
द्वारका एक्सप्रेसवे पर देश की सबसे चौड़ी 3.6 किमी की सुरंग बनाई गई है. इसके अलावा कई फ्लाईओवर और अंडरपास भी बनाए गए हैं. एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ तीन लेन की सर्विस रोड भी बनाई गई है. इस एक्सप्रेसवे पर इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्ट सिस्टम भी है, जिससे सुरक्षित और बेहतर यात्रा मिलेगी.
अर्बन एक्सटेंशन रोड-2 (UER-2) से फायदा
द्वारका एक्सप्रेसवे के साथ ही अर्बन एक्सटेंशन रोड-2 (यूईआर-2) का भी उद्घाटन हो रहा है, ये 7,716 करोड़ में बनी 75.81 किमी लंबाई वाली रोड है. ये गुरुग्राम-सोहना हाईवे, दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे, दिल्ली-रोहतक हाईवे और सोनीपत-गोहाना हाईवे को कनेक्ट करती है. इस 6 लेन रोड में कई एलिवेटेड सेक्शन बनाए गए हैं, जिससे दिल्ली, गुरुग्राम, सोनीपत और आसपास के इलाकों के ट्रैफिक को काफी कम करने में मदद मिलेगी.
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