नागरिकता कानून (CAA) और NRC के खिलाफ देश भर में हो रहे प्रदर्शन और देश में मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर चर्चा के लिए कांग्रेस ने अन्य विपक्षी दलों की दिल्ली में बैठक बुलाई. इस बैठक से टीएमसी, शिवसेना और आम आदमी पार्टी समेत कई विपक्षी पार्टियों ने खुदको दूर रखा. सोमवार को हुई इस बैठक में हिस्सा लेने से पहले ही मायावती और ममता बनर्जी ने मना कर दिया था. वहीं, शनिवार को, कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी ने नागरिकता कानून को एक "भेदभावपूर्ण और विभाजनकारी" कानून करार दिया, जिसका "नापाक" उद्देश्य लोगों को धार्मिक आधार पर विभाजित करना था. वहीं, जामिया मिल्लिया इस्लामिया (Jamia Millia Islamia) के छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर दिल्ली पुलिस के खिलाफ कार्रवाई नहीं किए जाने के आरोप लगाए हैं. छात्र कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्रों ने पुलिस के खिलाफ केस दर्ज नहीं होने तक परीक्षा में नहीं बैठने का फैसला किया है. छात्रों की नाराजगी के बाद जामिया की कुलपति नज्मा अख्तर (Najma Akhtar) आज (सोमवार) उनसे मिलने पहुंचीं. उन्होंने छात्रों को न्याय का भरोसा दिलाया. जामिया के छात्र दिल्ली पुलिस के खिलाफ FIR दर्ज कराने की मांग पर अड़े हैं.
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उधर,बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर एक बार फिर बड़ा बयान दिया है. नीतीश कुमार ने कहा कि नागरिकता कानून को लेकर बहस होनी चाहिए और बिहार में एनआरसी लागू होने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता. नीतीश कुमार एनआरसी को लेकर पहले भी बयान दे चुके हैं. नीतीश कुमार की पार्टी ने संसद में नागरिकता संशोधन कानून का समर्थन किया था. बता दें, जनता दल यूनाइटेड के नेता प्रशांत किशोर के रविवार के ट्वीट किया था कि नीतीश कुमार न नागरिक क़ानून और न एनपीआर-एनआरसी लागू करेंगे. वहीं, क्या सत्ता में आते ही कांग्रेस खत्म कर देगी नागरिकता कानून, इस सवाल पर कांग्रेस के नेता अखिलेश प्रताप सिंह ने एक झटके में जवाब दिया है, 'हां बिलकुल खत्म करे देगी'. हालांकि इसके लिए सबसे बड़ी हकीकत यह है कि इसके लिए कांग्रेस को संसद में बीजेपी की तरह ही बहुमत जुटाना पड़ेगा और कांग्रेस की पूरी कोशिश है कि सीएए और एनआरसी का विरोध किसी भी हद तक जाकर करना है. यहां ध्यान देने वाली बात यह भी है कि नागरिकता कानून और एनआरसी के विरोध के लिए कांग्रेस ने एक बड़ा रिस्क भी उठाया है. साल 2014 में हुई हार की पड़ताल के लिए गठित एके एंटोनी समिति की रिपोर्ट में कहा गया था कि पार्टी की हार के पीछे उसकी अल्पसंख्यकों की तुष्टिकरण वाली छवि भी रही है.
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उधर, जय देवगन (Ajay Devgn) और सैफ अली खान (Saif Ali Khan) की फिल्म 'तान्हाजी: द अनसंग वॉरियर' (Tanhaji: The Unsung Warrior) ने वीकेंड पर धमाकेदार प्रदर्शन किया है. फिल्म ने रविवार को पहले दिन और दूसरे दिन के मुकाबले कहीं ज्यादा धाकड़ कमाई की है. बॉक्स ऑफिस इंडिया डॉट कॉम वेबसाइट के मुताबिक अजय देवगन, काजोल (Kajol) और सैफ अली खान की फिल्म ने तीसरे दिन यानी रविवार को शानदार कमाई करते हुए 25 से 26 करोड़ रुपये का धमाकेदार कलेक्शन किया है.
नागरिकता कानून (CAA) और NRC के खिलाफ देश भर में हो रहे प्रदर्शन और देश में मौजूदा राजनीतिक स्थिति पर चर्चा के लिए कांग्रेस ने अन्य विपक्षी दलों की दिल्ली में बैठक बुलाई. इस बैठक से टीएमसी, शिवसेना और आम आदमी पार्टी समेत कई विपक्षी पार्टियों ने खुदको दूर रखा. सोमवार को हुई इस बैठक में हिस्सा लेने से पहले ही मायावती और ममता बनर्जी ने मना कर दिया था. वहीं, शनिवार को, कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी ने नागरिकता कानून को एक "भेदभावपूर्ण और विभाजनकारी" कानून करार दिया, जिसका "नापाक" उद्देश्य लोगों को धार्मिक आधार पर विभाजित करना था. "सीएए एक भेदभावपूर्ण और विभाजनकारी कानून है. कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा बुलाई गई इस बैठक में 20 दलों के नेता शामिल हुए. पार्लियामेंट एनेक्सी में हुई बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, राकांपा प्रमुख शरद पवार, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल, ए के एंटनी, के सी वेणुगोपाल, गुलाम नबी आजाद और रणदीप सुरजेवाला, माकपा के सीताराम येचुरी, भाकपा के डी राजा, झामुमो के नेता एवं झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, राकांपा के प्रफुल्ल पटेल, राजद के मनोज झा, नेशनल कांफ्रेस के हसनैन मसूदी और रालोद के अजित सिंह मौजूद थे.
2. जामिया की VC नज्मा अख्तर के सामने छात्रों ने किया प्रदर्शन, पूछा- दिल्ली पुलिस पर FIR कब?
जामिया मिल्लिया इस्लामिया (Jamia Millia Islamia) के छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर दिल्ली पुलिस के खिलाफ कार्रवाई नहीं किए जाने के आरोप लगाए हैं. छात्र कार्रवाई की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं. छात्रों ने पुलिस के खिलाफ केस दर्ज नहीं होने तक परीक्षा में नहीं बैठने का फैसला किया है. छात्रों की नाराजगी के बाद जामिया की कुलपति नज्मा अख्तर (Najma Akhtar) आज (सोमवार) उनसे मिलने पहुंचीं. उन्होंने छात्रों को न्याय का भरोसा दिलाया. जामिया के छात्र दिल्ली पुलिस के खिलाफ FIR दर्ज कराने की मांग पर अड़े हैं. जामिया की कुलपति नजमा अख्तर ने छात्रों के सवालों का जवाब देते हुए कहा, 'हमने सरकार को अपनी आपत्तियां भेजी हैं, अब हम कोर्ट भी जाएंगे. एक पत्रकार ने मेरा आधा-अधूरा इंटरव्यू दिखाया, मैं कहती हूं कि वो मेरा पूरा इंटरव्यू दिखाए. मैं आप सभी से निवेदन करती हूं कि आप अपने शब्द मेरे मुंह में नहीं डालें. जो मुझे बोलना है वो मैं बोलूंगी. दिल्ली पुलिस हमारे कैंपस में हमसे पूछे बगैर आई थी. उन्होंने हमारे मासूम बच्चों को पीटा था. हम न्याय की दिशा में हर मुमकिन कोशिश कर रहे हैं.'
3. CM नीतीश कुमार का बड़ा बयान, कहा- CAA पर चर्चा होनी चाहिए, बिहार में NRC का सवाल ही नहीं
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर एक बार फिर बड़ा बयान दिया है. नीतीश कुमार ने कहा कि नागरिकता कानून को लेकर बहस होनी चाहिए और बिहार में एनआरसी लागू होने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता. नीतीश कुमार एनआरसी को लेकर पहले भी बयान दे चुके हैं. नीतीश कुमार की पार्टी ने संसद में नागरिकता संशोधन कानून का समर्थन किया था. बता दें, जनता दल यूनाइटेड के नेता प्रशांत किशोर के रविवार के ट्वीट किया था कि नीतीश कुमार न नागरिक क़ानून और न एनपीआर-एनआरसी लागू करेंगे. हालांकि बाद में नीतीश कुमार ने सीएए के मुद्दे पर कहा कि इससे राज्य सरकारों का कोई लेनादेना नहीं है जो भी करना है संसद को करना है और इस पर जो भी बोलना है 19 जनवरी के बाद बोलूंगा. वहीं एनपीआर पर बिहार के सीएम ने कहा कि एनपीआर पर और जानकारी मांगी है और एनआरसी लागू करने का कोई सवाल नहीं है.
क्या सत्ता में आते ही कांग्रेस खत्म कर देगी नागरिकता कानून, इस सवाल पर कांग्रेस के नेता अखिलेश प्रताप सिंह ने एक झटके में जवाब दिया है, 'हां बिलकुल खत्म करे देगी'. हालांकि इसके लिए सबसे बड़ी हकीकत यह है कि इसके लिए कांग्रेस को संसद में बीजेपी की तरह ही बहुमत जुटाना पड़ेगा और कांग्रेस की पूरी कोशिश है कि सीएए और एनआरसी का विरोध किसी भी हद तक जाकर करना है. यहां ध्यान देने वाली बात यह भी है कि नागरिकता कानून और एनआरसी के विरोध के लिए कांग्रेस ने एक बड़ा रिस्क भी उठाया है. साल 2014 में हुई हार की पड़ताल के लिए गठित एके एंटोनी समिति की रिपोर्ट में कहा गया था कि पार्टी की हार के पीछे उसकी अल्पसंख्यकों की तुष्टिकरण वाली छवि भी रही है. इस रिपोर्ट को ही ध्यान में रखते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुजरात, कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान जनेऊ तक धारण कर लिया था. लेकिन कांग्रेस का नरम हिंदुत्व की ओर झुकाव ज्यादा फायदेमंद साबित नहीं हुआ. ऐसा लग रहा है कि पार्टी अब बजाए के बीजेपी के 'राष्ट्रवाद और हिंदुत्व' के मुद्दों पर उलझने के बजाए, बेरोजगारी, महंगाई, देश के आर्थिक हालात और आम जनता से जुड़े मुद्दों पर फोकस कर रही है क्योंकि लोकसभा 2019 के चुनाव में पीएम मोदी की उज्जवला, गैस कनेक्शन, शौचालय और आवास योजनाओं ने भी बीजेपी को काफी फायदा था जबकि दूसरी ओर कांग्रेस बालाकोट, राष्ट्रवाद के मुद्दे पर उलझ कर रह गई थी. कांग्रेस की अब पूरी रणनीति है कि एक ओर नागरिकता कानून, एनआरसी को लेकर अल्पसंख्यकों में उपजे गुस्से और मोदी सरकार के खिलाफ सत्ता विरोधी को लहर जितना भड़काया जाए उसके लिए फायदेमंद साबित होगा. इस रणनीति की सबसे बड़ी अग्निपरीक्षा उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव होंगे जहां पर प्रियंका गांधी ने एक तरह से 'गोरिल्ला युद्ध' शुरू कर दिया है.
5.अजय देवगन की फिल्म का धमाकेदार प्रदर्शन, कमाए इतने करोड़
Tanhaji: The Unsung Warrior Box Office Collection Day 3: अजय देवगन (Ajay Devgn) और सैफ अली खान (Saif Ali Khan) की फिल्म 'तान्हाजी: द अनसंग वॉरियर' (Tanhaji: The Unsung Warrior) ने वीकेंड पर धमाकेदार प्रदर्शन किया है. फिल्म ने रविवार को पहले दिन और दूसरे दिन के मुकाबले कहीं ज्यादा धाकड़ कमाई की है. बॉक्स ऑफिस इंडिया डॉट कॉम वेबसाइट के मुताबिक अजय देवगन, काजोल (Kajol) और सैफ अली खान की फिल्म ने तीसरे दिन यानी रविवार को शानदार कमाई करते हुए 25 से 26 करोड़ रुपये का धमाकेदार कलेक्शन किया है. इस हिसाब से 'तान्हाजी: द अनसंग वॉरियर' (Tanhaji: The Unsung Warrior) ने तीन दिनों में 60 करोड़ रुपये का कलेक्शन कर लिया है.
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