दिल्ली पुलिस ने दक्षिणी दिल्ली के ग्रेटर कैलाश इलाके में एक घर से चौदह स्ट्रीट डॉग को रेस्क्यू किया गया. कुत्तों को उचित पोषण और देखभाल के बिना रखा गया था और वे दयनीय स्थिति में थे. ग्रेटर कैलाश के SHO अजीत कुमार ने बताया कि सपना नामक महिला को कुत्तों को इलाज के लिए टीम को सौंपने के लिए कहा गया था, लेकिन उसने ऐसा नहीं किया. इसके बाद अदालत से सर्च वारंट जारी किया गया और कुत्तों को बचाया गया. सभी कुत्तों को अब दिल्ली के एक पशु चिकित्सालय में रखा गया है.
ग्रेटर कैलाश I पुलिस स्टेशन में दर्ज एक शिकायत के आधार पर जांच शुरू होने के बाद मामला प्रकाश में आया. पुलिस अधिकारी ने बताया, "महिला के अपार्टमेंट की पूरी सीढ़ियां सड़क के कुत्तों के मूत्र और मल से अटी पड़ी थीं. अपार्टमेंट के आसपास के क्षेत्र में स्वच्छता के बुनियादी मानक भी नहीं दिख रहे थे. उसके फ्लैट के आसपास के पूरे क्षेत्र में दुर्गंध थी. महिला के पड़ोसियों ने इसे लेकर शिकायत दर्ज की थी. आईपीसी की धारा 269 और 291 के तहत एफआईआर संख्या की गई."
अधिकारी ने कहा, "महिला से बार-बार कुत्तों को इलाज के लिए एसपीसीए/एमसीडी टीमों को सौंपने का अनुरोध किया गया, लेकिन वह अड़ी रही और सहयोग नहीं कर रही थी."
पुलिस ने कहा कि उसके अपार्टमेंट से कुत्तों को छुड़ाने के लिए अदालत से सर्च वारंट भी लिया गया. अधिकारी ने कहा, "अदालत द्वारा एक तलाशी वारंट जारी किया गया था और महिला से फिर से कुत्तों को उनके इलाज के लिए एसपीसीए टीम को सौंपने का अनुरोध किया गया था, लेकिन उन्होंने ऐसा करने से इनकार कर दिया..."
ऑपरेशन में बचाए गए कुत्तों को इलाज के लिए दिल्ली के एक पशु अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया है. पुलिस ने बताया कि आरोपी को उसके वकील की उपस्थिति में IHBAS टीम द्वारा परामर्श दिया गया है.
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