खाई (हरियाणा):
हरियाणा-पंजाब सरहद पर बसे खाई गांव में बलात्कार की हरियाणा में 19वीं ख़बर आई। 13 साल की बच्ची के साथ चार महीने तक रेप होता रहा। उसके स्कूल के बाहर 62 साल का एक दुकानदार ये काम करता रहा। बच्ची किसी तरह इस ख़ौफ़नाक यातना के बारे में बता पाई।
जब सरपंच के पास ख़बर पहुंची तो पंचायत बुलाई गई, लेकिन सरपंच और आरोपी की जाति एक ही है। आरोपी ने 35 हजार रुपये देकर मामला रफ़ा−दफ़ा करने की कोशिश की, लेकिन परिवार वालों ने दबंग गांववालों के सामने झुकने से इनकार कर दिया और पुलिस तक मामला ले गए। इस पीड़ित बच्ची के साथ खड़ा होने की जगह उसके स्कूल ने उसे उसकी बहन सहित निकाल दिया।
लड़कियों का कहना है कि वे पढ़ना चाहती हैं, लेकिन उन्हें स्कूल के प्रिंसिपल और गांव के सरपंच ने ट्रांसफर लेटर लिखने को मजबूर किया। अब घर में उनका स्कूल बैग बेकार पड़ा है, लेकिन सरपंच और समाज मिलकर पीड़ितों को ही सज़ा दे रहे हैं।
ये तीन बच्चियों का परिवार नहीं है। मां के देहांत के बाद पिता ने इन्हें पाला। 70 साल का बुज़ुर्ग पिता चाहता है आरोपी को सज़ा-ए-मौत से कम कुछ न मिले।
जब सरपंच के पास ख़बर पहुंची तो पंचायत बुलाई गई, लेकिन सरपंच और आरोपी की जाति एक ही है। आरोपी ने 35 हजार रुपये देकर मामला रफ़ा−दफ़ा करने की कोशिश की, लेकिन परिवार वालों ने दबंग गांववालों के सामने झुकने से इनकार कर दिया और पुलिस तक मामला ले गए। इस पीड़ित बच्ची के साथ खड़ा होने की जगह उसके स्कूल ने उसे उसकी बहन सहित निकाल दिया।
लड़कियों का कहना है कि वे पढ़ना चाहती हैं, लेकिन उन्हें स्कूल के प्रिंसिपल और गांव के सरपंच ने ट्रांसफर लेटर लिखने को मजबूर किया। अब घर में उनका स्कूल बैग बेकार पड़ा है, लेकिन सरपंच और समाज मिलकर पीड़ितों को ही सज़ा दे रहे हैं।
ये तीन बच्चियों का परिवार नहीं है। मां के देहांत के बाद पिता ने इन्हें पाला। 70 साल का बुज़ुर्ग पिता चाहता है आरोपी को सज़ा-ए-मौत से कम कुछ न मिले।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं