योगेंद्र यादव की फाइल फोटो
बड़वानी (एमपी): आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता और स्वराज आंदोलन के मुखिया योगेन्द्र यादव ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजद नेता लालू प्रसाद यादव के साथ जुड़ने पर उनकी (केजरीवाल की) आलोचना करते हुए इसे ‘भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन की आत्मा बेचने’ जैसा करार दिया।
यादव ने कहा कि आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने बिहार विधानसभा चुनाव से पहले नीतीश-लालू गठबंधन से हाथ मिलाया है जो ‘भ्रष्ट्राचार विरोधी आंदोलन की आत्मा बेचने’ जैसा है।
'आप' के पूर्व नेता नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेता मेधा पाटकर के नेतृत्व में सरदार सरोवर परियोजना से प्रभावित लोगों के भूमि, आवास और आजीविका सम्मेलन में शामिल होने आये थे।
यादव ने व्यापमं घोटाले पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से नैतिकता के तकाजे पर इस्तीफे की मांग की।
उन्होंने साफ किया जो तथ्य मिले हैं उसकी बिना पर चौहान के खिलाफ आपराधिक प्रकरण भले ही दर्ज नहीं हुआ, लेकिन नीचे से शीर्ष तक को इसकी जानकारी न हो ऐसा मानना नादानी होगी। इसलिए शिवराज को नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देना चाहिए।
स्वराज आंदोलन के मुखिया ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सरकार की आलोचना करते हुए इसे कॉरपोरेट सरकार बताया। उन्होंने मोदी सरकार पर आरोप लगाया कि सरदार सरोवर परियोजना के डूब प्रभावितों के हितों को अनदेखा किया जा रहा है।