येवला विधानसभा सीट पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल ने साल 2004 से कब्जा किया हुआ है. उन्होंने इस सीट पर 2004 में शिवसेना के नेता पाटिल कल्याणराव जयावंतराव को हराया था, जिसके बाद से अब तक छगन भुजबल ही इस सीट पर विजेता रहे हैं. उन्होंने यहां पर साल 2004, 2009 और 2014 में लगातार जीत के हैट्रिक मारी थी. अब एक बार फिर छगन भुजबल ने शुक्रवार को नासिक जिले में येवला सीट से नामांकन दाखिल किया.
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येवला के वर्तमान विधायक छगन भुजबल ने 2009 विधानसभा चुनाव में एडवोकेट शिंदे-पाटिल मानिकराव माधवराव को काफी अधिक अंतराल से हराया था. भुजबल को यहां 106416 वोट मिले थे, जबकि माधवराव को 56236 वोटों से ही संतुष्ट रहना पड़ा था. जबकि पिछले विधानसभा चुनाव 2014 में येवला सीट से शिवसेना के ही नेता पवार सांभाजी साहेबराव को 46442 वोटों के बड़े अंतर से पटखनी दी थी.
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येवला विधानसभा सीट के बारे में विस्तार से बात करें तो यहां ढाई लाख से ज्यादा मतदाता हैं. चुनाव आयोग की वेबसाइट के मुताबिक यहां पर 274072 मतदाता हैं, जबकि इस क्षेत्र का सेक्स रेसियो 889 है. यानी पुरुषों की जनसंख्या 52.95 प्रतिशत और महिला 47.05 प्रतिशत है. पिछले विधानसभा चुनाव में येवला विधानसभा चुनाव में 70 प्रतिशत वोट पड़े थे. कुल 288 पोलिंग बूथ पर 193887 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था.
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