सऊदी अरब के राजनयिक के घर से मुक्त कराई गई महिलाएं
नई दिल्ली:
सऊदी अरब के एक राजनयिक के गुड़गांव स्थित घर में दो महिलाओं को महीनों तक बंधक बनाकर रखा गया। एनडीटीवी को सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार यहां पर उनके साथ कथित तौर पर रेप भी किया गया। पुलिस ने सोमवार को स्थानीय लोगों और एनजीओ के दखल के बाद इन महिलाओं को छुड़वाया।
सूत्रों के अनुसार ये दोनों महिलाएं नेपाली मूल की हैं और राजनयिक के घर पर घरेलू नौकर के तौर पर काम करती थीं। सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया ये लड़कियां जेद्दाह से ही बंदी हैं और यह परिवार उन्हें गुड़गांव भी अपने साथ लेकर पहुंचा है।
यह मामला तब सामने आया, जब यहां आई नई नौकरानी पहले से मौजूद दो महिलाओं की हालत देखकर भागकर चली गई। इसके बाद उसने एक एनजीओ से संपर्क किया और वहां से पुलिस से संपर्क किया गया। सूत्रों के अनुसार नेपाली दूतावास ने भी शिकायतकर्ता का साथ दिया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि उन्हें नहीं पता था कि इस मामले से जुड़ा आरोपी व्यक्ति कोई राजनयिक है। वे जब उस घर में पहुंचे तो देखा कि दो सऊदी महिलाएं नेपाली महिलाओं को पीट रही थीं। आरोप तो यह भी है कि सऊदी महिलाओं ने पुलिस से भी बदसलूकी और मारपीट की।
एक सीनियर पुलिस अफसर ने एनडीटीवी से बात करते हुए बताया कि इस मामले में रेप का केस दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि यह अपनी तरह का बिल्कुल अलग मामला है और वे कल गृह मंत्रालय से इस मामले में बात करेंगे। इसमें राय ली जाएगी कि इस तरह के मामले में आरोपी को क्या अधिकार हैं और राजनयिक होने के नाते उसके क्या अधिकार हैं, क्या उन्हें राजनयिक छूट मिलनी चाहिए।
एक महिला ने बताया कि इन लोगों ने हमें तीन-चार महीने से बंधक बनाकर रखा है। हमारे साथ रेप किया गया, हमें बंद करके रखा गया, हमें खाने के लिए भी कुछ नहीं दिया गया। उन्होंने बताया कि जब उन्होंने भागने की कोशिश की तो फिर से उन्हें पीटा गया।
सूत्रों के अनुसार ये दोनों महिलाएं नेपाली मूल की हैं और राजनयिक के घर पर घरेलू नौकर के तौर पर काम करती थीं। सूत्रों ने एनडीटीवी को बताया ये लड़कियां जेद्दाह से ही बंदी हैं और यह परिवार उन्हें गुड़गांव भी अपने साथ लेकर पहुंचा है।
यह मामला तब सामने आया, जब यहां आई नई नौकरानी पहले से मौजूद दो महिलाओं की हालत देखकर भागकर चली गई। इसके बाद उसने एक एनजीओ से संपर्क किया और वहां से पुलिस से संपर्क किया गया। सूत्रों के अनुसार नेपाली दूतावास ने भी शिकायतकर्ता का साथ दिया।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि उन्हें नहीं पता था कि इस मामले से जुड़ा आरोपी व्यक्ति कोई राजनयिक है। वे जब उस घर में पहुंचे तो देखा कि दो सऊदी महिलाएं नेपाली महिलाओं को पीट रही थीं। आरोप तो यह भी है कि सऊदी महिलाओं ने पुलिस से भी बदसलूकी और मारपीट की।
एक सीनियर पुलिस अफसर ने एनडीटीवी से बात करते हुए बताया कि इस मामले में रेप का केस दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने कहा कि यह अपनी तरह का बिल्कुल अलग मामला है और वे कल गृह मंत्रालय से इस मामले में बात करेंगे। इसमें राय ली जाएगी कि इस तरह के मामले में आरोपी को क्या अधिकार हैं और राजनयिक होने के नाते उसके क्या अधिकार हैं, क्या उन्हें राजनयिक छूट मिलनी चाहिए।
एक महिला ने बताया कि इन लोगों ने हमें तीन-चार महीने से बंधक बनाकर रखा है। हमारे साथ रेप किया गया, हमें बंद करके रखा गया, हमें खाने के लिए भी कुछ नहीं दिया गया। उन्होंने बताया कि जब उन्होंने भागने की कोशिश की तो फिर से उन्हें पीटा गया।
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