फाइल फोटो
नई दिल्ली:
सोमवार को कांग्रेस के 25 सांसदों के लोकसभा में तख्ती लेकर हंगामा करने पर निलंबित होने के बावजूद मंगलवार को भी लोकसभा में टीआरएस और वाईएसआर कांग्रेस के सांसदों ने तख्तियां लहराईं और हंगामा जारी रखा।
वाईएसआर कांग्रेस के सांसद एम राजमोहन रेड्डी ने एनडीटीवी इंडिया से बात करते हुए कहा कि 'हमें तो जनता ने इसीलिए चुना है कि हम उनकी बात रखें। आंध्रप्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए अगर हमें निलंबित किया जाता है तो हमें कोई फर्क नहीं पड़ता।'
इस पार्टी के लोकसभा में नौ सासंद हैं और पूरे दो घंटे तक वे सदन में हंगामा करते रहे। ऐसे ही टीआरएस के दस सांसद अपने हाथों में तख्तियां लेकर सदन में हंगामा करते रहे कि तेलंगाना के लिए अलग हाईकोर्ट बने। भाजपा के सांसद वीरेन्द्र सिंह मस्त कहते हैं कि सड़क की लड़ाई को संसद की लड़ाई न बनाएं। संसद बहस करने के लिए है, अगर ऐसा नही करेंगे तो संसद की गरिमा गिरेगी। लेकिन यहां सवाल उठ रहा है कि तख्तियों के इस चलन पर क्या बार-बार कार्रवाई होगी?
वाईएसआर कांग्रेस के सांसद एम राजमोहन रेड्डी ने एनडीटीवी इंडिया से बात करते हुए कहा कि 'हमें तो जनता ने इसीलिए चुना है कि हम उनकी बात रखें। आंध्रप्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने के लिए अगर हमें निलंबित किया जाता है तो हमें कोई फर्क नहीं पड़ता।'
इस पार्टी के लोकसभा में नौ सासंद हैं और पूरे दो घंटे तक वे सदन में हंगामा करते रहे। ऐसे ही टीआरएस के दस सांसद अपने हाथों में तख्तियां लेकर सदन में हंगामा करते रहे कि तेलंगाना के लिए अलग हाईकोर्ट बने। भाजपा के सांसद वीरेन्द्र सिंह मस्त कहते हैं कि सड़क की लड़ाई को संसद की लड़ाई न बनाएं। संसद बहस करने के लिए है, अगर ऐसा नही करेंगे तो संसद की गरिमा गिरेगी। लेकिन यहां सवाल उठ रहा है कि तख्तियों के इस चलन पर क्या बार-बार कार्रवाई होगी?
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं