शिवसेना की तृप्ति सावंत ने बांद्रा ईस्ट विधानसभा सीट उपचुनाव में कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री नारायण राणे को हरा दिया है।
राणे 19 हज़ार वोटों से पराजित हुए और उनकी हार कांग्रेस के लिए बड़ा झटका है। चुनाव के नतीजे को राणे के राजनीतिक भविष्य को झटके के रूप में देखा जा रहा है।
एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने भी राणे के लिए यहां चुनाव प्रचार किया था, लेकिन राणे अपनी हार नहीं टाल सके। राणे पिछले साल तटीय कोंकण में अपने गृह जिले सिंधुदुर्ग से विधानसभा का चुनाव हार गए थे।
इस सीट पर एमआईएम के रेहबार ख़ान तीसरे नंबर पर रहे और उन्हें 15050 वोट ही मिले। बांद्रा ईस्ट सीट पर उपचुनाव शिवसेना के कद्दावर नेता और विधायक बाला सांवत के निधन के कारण हुआ था। तृप्ति सावंत पूर्व दिवंगत विधायक बाला सावंत की पत्नी हैं।
नारायण राणे की हार की सबसे बड़ी वजह यह मानी जा रही है कि मराठी वोट बैंक शिवसेना के साथ गया और मुस्लिम वोट एमआईएम और कांग्रेस के बीच बंट गया। करीब 2500 मुस्लिम वोट शिवसेना को भी मिले। कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई भी राणे को ले डूबी। बीजेपी की वजह से उत्तर भारतीयों के वोट भी शिवसेना को ही हासिल हुए।
राज्य की दूसरी सीट तासगांव पर एनसीपी की सुमन पाटिल ने जीत दर्ज की है।
सुमन एनसीपी के दिवंगत वरिष्ठ नेता आरआर पाटिल की पत्नी हैं।NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं