बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections 2020) में दूसरे चरण की वोटिंग के लिए आज प्रचार का अंतिम दिन है. 3 नवंबर को दूसरे में चरण में बिहार की 94 सीटों पर मतदान होना है. सभी राजनीतिक पार्टियो ने प्रचार के अंतिम दिन पूरा जोर लगा रखा है. रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने बिहार के छपरा, समस्तीपुर, मोतिहारी और बगह में चुनावी रैलियों के जरिए एनडीए उम्मीदवारों को लिए वोट मांगे. पीएम मोदी की हर चुनावी रैली के दौरान उनके निशाने पर लालू प्रसाद यादव के 15 साल का कार्यकाल ही रहा. लेकिन मोतिहारी (Motihari) की रैली में पीएम ऐसा कुछ कहा कि आरजेडी नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने उन्हें 2014 में किया उनका वादा दिला दिया.
बिहार के मोतिहारी में भाषण देते हुए पीएम मोदी ने वहां बंद पड़ी चीनी मिलों का मुद्दा उठाया. पीएम मोदी ने आरजेडी और लालू यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य में जंगलराज की हालत तो ये थी कि जो उद्योग, चीनी मिल दशकों से चंपारण और बिहार का अहम हिस्सा रहीं, वो भी बंद हो गईं. अब तो इस चुनाव में जंगलराज वालों के साथ नक्सलवाद के समर्थक, देश के टुकड़े-टुकड़े करने की चाहत रखने वालों के समर्थक भी शामिल हो गए हैं.
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पीएम मोदी के चीनी मिलों की बात करने पर भला तेजस्वी यादव भी कहां चुप बैठने वाले थे. उन्होंने तुरंत पीएम मोदी को साल 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान मोतीहारी में ही दिए गए भाषण की याद दिला दी. तेजस्वी ने अपने ट्वीट में लिखा की पीएम मोदी ने साल 2014 में कहा था कि वो यहां बंद पड़ी मिलों को शुरू करवाएंगे और अगली बार जब यहां आएंगे तो उन्हीं चीनी मिलों की चीनी की ही चाय पीएंगे...
तेजस्वी यादव ने पूछा की आज 6 साल बाद पीएम मोदी मोतीहारी आए लेकिन उस बंद पड़ी चीनी मिल और चाय के बारे में कुछ नहीं बोले?
आदरणीय प्रधानमंत्री जी ने 2014 में मोतिहारी की चुनावी सभा में कहा था कि वो मोतिहारी की बंद चीनी मिल को शुरू करवा अगली बार मोतिहारी आगमन पर उसमें बनी चीनी की ही चाय पियेंगे।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) November 1, 2020
प्रधानमंत्री जी आज 6 वर्ष बाद मोतिहारी आए लेकिन उस बंद चीनी मिल एवं चाय के बारे में कुछ नहीं बोले?
इसके अलावा पीएम मोदी ने मोतीहारी में कहा कि बिहार की महिलाएं, माताएं-बहनें खुले में शौच जाने के लिए मजबूर थीं, उनकी सुरक्षा पर खतरा रहता था, लेकिन जंगलराज वाले, जंगल जैसे हालात बनाए रखना चाहते थे. एनडीए की सरकार ने बिहार की माताओं-बहनों के लिए लाखों शौचालय बनाकर उनकी परेशानी कम करने की कोशिश की है.
उन्होंने कहा कि जंगलराज का अंधेरा बिहार पीछे छोड़ चुका है, अब नई रोशनी में डबल इंजन की ताकत के साथ विकास का लाभ हमें बिहार के हर व्यक्ति तक पहुंचाना है.
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