उत्तराखंड: भारत चीन सीमा के पास ग्लेशियर टूटा, 10 लोगों की मौत, 384 को सुरक्षित निकाला गया

उत्तराखंड में चमोली जिले की नीति घाटी की सीमा से सटे इलाके में शुक्रवार को हिमस्खलन हुआ है. इस प्राकृतिक आपदा से 384 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है जिनमें से 6 की हालत गंभीर बनी हुई है, वहीं अब तक 10 लोगों के शव बरामद हुए हैं.

उत्तराखंड: भारत चीन सीमा के पास ग्लेशियर टूटा, 10 लोगों की मौत, 384 को सुरक्षित निकाला गया

फोटो: उत्तराखंड चमोली जिले के सुमाना में ग्लेशियर टूटा

नई दिल्ली:

उत्तराखंड में कोरोना के बढ़ते प्रकोप के बीच एक और मुसीबत सामने आ खड़ी हो गई है. भारत चीन सीमा के पास राज्य की नीति घाटी के सुमना में ग्लेशियर टूटने की सूचना मिली है. उत्तराखंड में चमोली जिले की नीति घाटी की सीमा से सटे इलाके में शुक्रवार को हिमस्खलन हुआ है. इस प्राकृतिक आपदा से 384 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है जिनमें से 6 की हालत गंभीर बनी हुई है, वहीं अब तक 10 लोगों के शव भी बरामद हुए हैं, जबकि अभी भी दो दर्जन लोग लापता बताये जा रहे है.मुख्यमंत्री ने स्थानीय प्रशासन से बात करके शाम तक रिपोर्ट देने को कहा है. इलाके में काफी नुकसान की आशंका जताई जा रही है. घटना स्थल से बर्फ हटाने और रेस्क्यू का काम तेजी से चल रहा है. 

सेना और SDRF से मिली जानकारी के मुताबिक बर्फीली तूफान वाली जगह पर बॉर्डर रोड्स के मजदूरों के दो कैम्प मौजूद थे. यहां पर पुल निर्माण का काम चल रहा था. जब तूफान आया उस वक्त मौसम बहुत खराब था. लगातार पांच दिनों भारी बारिश और बर्फबारी हो रही थी. मौसम के बहुत अधिक खराब और बर्फबारी की वजह से कई जगहों पर रास्ता बंद हो गया था. इस वजह से राहत और बचाव टीम को पहुंचने में काफी वक्त लगा. इस जगह से सेना का कैंप करीब तीन किलोमीटर दूरी पर है. खबर मिलते ही सेना के जवानों ने मोर्चा संभाल लिया है पर पूरे इलाके में तलाशी अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन खराब मौसम इनकी राह में सबसे बड़ा रोड़ा बना हुआ है. संचार सुविधा न होने के कारण सटीक जानकारी नहीं मिल पा रही है. 

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने इस बारे में जानकारी साझा करते अलर्ट जारी किया है. उन्होंने बताया कि वह लगातार  जिला प्रशासन और बीआरओ के सम्पर्क में हैं. सीएम रावत के अनुसार जिला प्रशासन को मामले की पूरी जानकारी प्राप्त करने के निर्देश दे दिए हैं. साथ ही एनटीपीसी और अन्य परियोजनाओं में रात के समय काम रोकने के आदेश दे दिए हैं ताकि कोई अप्रिय घटना ना होने पाये. मुख्यमंत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि घटना को लेकर गृह मंत्री अमित शाह से भी बात हो चुकी है उन्होंने मदद का आश्वासन दिया है. 

वहीं राज्य के डीजीपी अशोक कुमार ने ग्लेशियर टूटने की जानकारी साझा करते हुए बताया कि खराब मौसम के कारण अभी सही स्थिति की जानकारी नही हो पा रही है. टीमों को स्थिति का जायज़ा लेने के लिए रवाना कर दिया गया है. जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि वह मामले पर करीबी नजर बनाए हुए हैं. सिंह ने ट्वीट किया, ' मैं परिस्थिति पर करीबी नजर बनाए हुए हूं. हमारे अधिकारी सतर्क हैं और सचिव स्तर के अधिकारी के नेतृत्व में एक दल हालात पर निगरानी रख रहा है.'. 

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इनपुट एजेंसी भाषा से भी