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हर दर्द का काल है उत्तराखंड का यह लाल छोटा फल, र‍िसर्च में आया डायबिटीज-हार्ट की बीमारी की है देसी दवा

Ghingaru Fruit: उत्तराखंड की पहाड़ियों पर पाया जाने वाला इक खास फल जिसके सेवन से आप रह सकते हैं बीमारियों से कोसो दूर. तो चलिए जानते है इस फल के बारे में और इसके गुणों के बारे में.

हर दर्द का काल है उत्तराखंड का यह लाल छोटा फल, र‍िसर्च में आया डायबिटीज-हार्ट की बीमारी की है देसी दवा
Ghingaru benefits: क्या आप जानते हो इस फल के बारे में.

Ghingaru Fruit: उत्तराखंड की पहाड़ियों में पाया जाता है एक खास फल. इस फल को कुमाऊंनी में घिंगारु, गढ़वाली में घिंघरु और नेपाली में घंगारु के नाम से जाना जाता है. छोटे-छोटे लाल सेब जैसे दिखने वाले घिंघरु के फलों को हिमालयन रेड बेरी (Ghingaru fruit), फायर थोर्न एप्पल और व्हाइट थोर्न भी कहा जाता है. इस फल को लोग नजरंदाज कर देते हैं. लेकिन हिमालयी घिंगारु का पौधा कई गुणों से भरपूर है. इसका पौधा दर्द को कम करने के काम आता है (ghingaru for pain relief treatment). इस पौधे पर शोध कर के पता चला की इसका एन्जाइम मैकोनिज्म बाकी दवाइयों से काफी ज्यादा असरदार है (ghingaru medicinal uses). 

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दिल्ली के विज्ञान शोध परिषद विश्वविद्यालय द्वारा किए गए शोध में पता चला कि इस पौधे के इस्तेमाल से दर्द को कम करने वाली दवा बनाई जा सकती है. पिथौरागढ़ के वरिष्ठ आयुर्वेद डॉक्टर मनोज जोशी के अनुसार, यह पौधा गुणों से भरपूर है. इस पौधे की जड़, फल, फूल, पत्तियां और टहलियां सभी चीजें फायदेमंद है.  शोध के अनुसार घिंगारु की पत्तियां इसके फलों से ज्यादा  फायदेमंद हैं. इसका असर लम्बे समय तक रहता है, जिससे यह बाकी दवाओं से दर्द पर काबू पाने के लिए ज्यादा असरदार है. घिंगारु सितंबर में पक कर नारंगी या फिर गहरा लाल रंग का होता है. इसका स्वाद हल्का खट्टा, कसैले और मीठा होता है. इसके पौधे में कांटे होते हैं और यह मध्यम आकार का होता है. 

पहाड़ों पर रहने वाले लोग इसे काफी स्वाद से खाते हैं. इस फल को सुखाकर इसका चूर्ण बनाया जाता है. इसे दही में मिलाकर खाने से खूनी दस्त भी ठीक हो सकते है. इसमें शुगर भी पाई जाती है, जिससे शरीर नमें ऊर्जा का संचार होता है. इसके साथ ही इसकी टहनी का प्रयोग दातुन के लिए भी किया जाता है. इसमें प्रोटीन भी पाया जाता है. डॉक्टर मनोज जोशी ने बताया कि यह फल डायबिटीज के लिए एक असरदार फल माना जाता है. इस पेड़ के फल और पत्तियां में एंटीऑक्साडेंट और एंटी इन्फलेमेट्री गुण होने से इससे हार्ट की परेशानी, रक्तचाप और मधुमेह रोग भी ठीक किए जा सकते हैं. 

डॉक्टर जोशी के मुताबिक घिंगारु की टहनी से दातुन करने से दांतों में चमक आने लगती है. इससे मसूड़ों में दर्द से भी राहत मिलती है. ऐसे में हेल्दी और शरीर का ध्यान रखने के लिए इस फल को जरूर खाना चाहिए. यह स्वादिष्ट होने के साथ ही सेहतमंद भी है. इसका सेवन से आप बीमारियों से बचे रहेंगे और आप के स्वस्थ जीवन बिताएंगे.     
                                                                                       प्रस्तुति: इशिका शर्मा 

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