उत्तर प्रदेश महोबा जिले के सालट गांव में हिन्दू-मुस्लिम भाईचारे की मिसाल उस समय देखने को मिली, जब रविवार को वहां के हिंदुओं ने मजार में अपनी आस्था जताकर वन विभाग के अधिकारियों को उसे ध्वस्त करने से रोक दिया. महोबा के जिला वन अधिकारी (डीएफओ) रामजी राय ने रविवार की शाम बताया कि भाजपा के चरखारी विधायक की शिकायत पर वे अपने अधीनस्थ दल के साथ कथित विवादित पीर बाबा की मजार को वन क्षेत्र की जमीन से हटाने गए थे, लेकिन वहां के हालात और आस्था देख कर सभी हैरान रह गए हैं.
उन्होंने बताया कि सालट गांव में सिर्फ पांच-छह परिवार मुस्लिम हैं और करीब डेढ़ सौ साल पुरानी पीर बाबा की मजार में मुस्लिमों से ज्यादा हिंदुओं की आस्था जुड़ी है. ऐसी स्थिति में उसे हटाना मुमकिन नहीं है.
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डीएफओ ने बताया कि निरीक्षण में पाया गया कि गांव के सभी वर्ग के लोगों ने चंदा जुटाकर दो या तीन साल पहले वन विभाग की जमीन पर मजार की दीवार और गुम्बद का निर्माण करवाया है, जिसके तोड़ने का विरोध हिन्दू ज्यादा कर रहे हैं. बकौल डीएफओ, मजार हटाने से गांव में कायम सामाजिक सौहार्द्र के बिगड़ने का खतरा है और मुस्लिम कम, हिन्दू ज्यादा विरोध करेंगे.
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