उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव : पश्चिमी यूपी से शुरू होगा मतदान का सिलसिला, जानें - पूरा कार्यक्रम

यूपी में 14 जनवरी को जारी होगी अधिसूचना, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 10 जनवरी को होगा विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव :  पश्चिमी यूपी से शुरू होगा मतदान का सिलसिला, जानें - पूरा कार्यक्रम

प्रतीकात्मक फोटो.

नई दिल्ली:

राजनीतिक रूप से अहम उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में इस बार सात चरणों में मतदान संपन्न होगा. इसकी शुरुआत 10 फरवरी को राज्य के पश्चिमी हिस्से के 11 जिलों की 58 सीटों पर मतदान के साथ होगी. चुनाव आयोग की ओर से शनिवार को घोषित किए गए चुनाव कार्यक्रम के मुताबिक पंजाब की 117 सीटों, उत्तराखंड की 70 सीटों और गोवा की 40 सीटों पर एक ही चरण में 14 फरवरी को मतदान होगा. इसी दिन उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के तहत वोट डाले जाएंगे. दूसरे चरण में उत्तर प्रदेश की 55 सीटों पर मतदान होगा. 

आयोग ने मणिपुर में दो चरणों में मतदान कराने का फैसला किया है. पहले चरण चरण के तहत 27 फरवरी को राज्य के छह जिलों की 38 विधानसभा सीटों पर और दूसरे चरण के तहत तीन मार्च को 10 जिलों की 22 सीटों पर मतदान होगा. 

उत्तर प्रदेश में 20 फरवरी को तीसरे चरण में 59 सीटों पर, 23 फरवरी को चौथे चरण में 60 सीटों पर, 27 फरवरी को पांचवें चरण में 60 सीटों पर, तीन मार्च को छठे चरण में 57 सीटों पर और सात मार्च को सातवें चरण में 54 सीटों पर मतदान होगा. 

सात मार्च को अंतिम चरण के मतदान के बाद मतों की गिनती 10 मार्च को की जाएगी. 

पांचों राज्यों में सात चरणों में होने वाले चुनावों के लिए पहले चरण की अधिसूचना 14 जनवरी को जारी की जाएगी और नामांकन 21 जनवरी तक दाखिल किया जा सकेगा. नामांकन की जांच 24 जनवरी तक की जाएगी और इसे 27 जनवरी तक वापस लिया जा सकेगा. मतदान 10 जनवरी को होगा. 

दूसरे चरण के लिए अधिसूचना 21 जनवरी को जारी की जाएगी और नामांकन 28 जनवरी तक दाखिल किया जा सकेगा. नामांकन की जांच 29 जनवरी तक की जाएगी और नाम वापसी 31 जनवरी तक हो सकेगी. मतदान 14 जनवरी को होगा. 

तीसरे चरण के लिए अधिसूचना 25 जनवरी को जारी की जाएगी और नामांकन एक फरवरी तक दाखिल किया जा सकेगा. नामांकन की जांच दो फरवरी तक की जाएगी और इसे वापस लेने की आखिरी तारीख चार फरवरी होगी. मतदान 20 फरवरी को होगा. 

चौथे चरण के लिए अधिसूचना 27 जनवरी को जारी की जाएगी और नामांकन तीन फरवरी तक दाखिल होंगे. नामांकनों की जांच चार फरवरी तक की जाएगी और इसे सात फरवरी तक वापस लिया जा सकेगा. मतदान 23 फरवरी को होगा. 

पांचवें चरण के लिए अधिसूचना एक फरवरी को जारी की जाएगी और नामांकन आठ फरवरी तक दाखिल हो सकेंगे नामांकन की जांच नौ फरवरी तक की जाएगी और नाम वापसी 11 फरवरी तक की जा सकेगी. मतदान 27 फरवरी को होगा. 

छठे चरण के लिए अधिसूचना चार फरवरी को जारी की जाएगी और नामांकन 11 फरवरी तक दाखिल हो सकेंगे. नामांकन की जांच 14 फरवरी तक की जाएगी और नाम वापसी की आखिरी तारीख 16 फरवरी होगी. मतदान तीन मार्च को होगा. 

सातवें और अंतिम चरण चरण के लिए अधिसूचना 10 फरवरी को जारी की जाएगी और नामांकन 17 फरवरी तक दाखिल होंगे. नामांकन की जांच 18 फरवरी तक की जाएगी और नाम वापसी की तिथि 21 फरवरी होगी. मतदान सात मार्च को होगा. 

जिन पांच राज्यों में आज चुनाव के कार्यक्रमों की घोषण की गई, उनमें पंजाब को छोड़कर शेष सभी राज्यों में भाजपा की सत्ता है. पंजाब में कांग्रेस का शासन है. भाजपा का इस संवेदनशील राज्य में लंबे समय तक अकाली दल के साथ गठबंधन रहा लेकिन पिछले साल तीन विवादास्पद कृषि कानूनों के मुद्दों पर यह गठबंधन टूट गया था. 

भाजपा ने पंजाब में पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखदेव सिंह ढींढसा के नेतृत्व वाले अकाली दल के एक धड़े से गठबंधन किया है. 

गौरतलब है कि 2017 के विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की 403 विधानसभा सीटों में से भारतीय जनता पार्टी ने अकेले 312 और उसके सहयोगियों ने 13 सीटें जीती थीं जबकि प्रमुख विपक्षी पार्टी समाजवादी पार्टी को सिर्फ 47 सीटों पर जीत मिली थी. वर्ष 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में भी भाजपा को भारी जीत मिली थी. 

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यूपी विधानसभा चुनाव 2017 में बहुजन समाज पार्टी को 19 और कांग्रेस को सात सीटों पर जीत मिली थीं. भाजपा की सहयोगी अपना दल (एस) को नौ तथा सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) को चार सीटों पर जीत मिल थी जबकि राष्‍ट्रीय लोकदल और निषाद पार्टी ने एक-एक सीट पर कब्जा जमाया था.



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