पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को उत्तर प्रदेश की पुलिस ने फर्जी न्यूज फैलाने के मामले में जवाब दिया है. दरअसल इमरान खान ने उत्तर प्रदेश में मुस्लिम समुदाय के साथ पुलिस की कथित ज्यादती के नाम पर फर्जी वीडियो पोस्ट किए और इनको भारत में नागरिकता संशोधन कानून विरोधी प्रदर्शनों से जोड़ते हुए लिखा, 'मोदी सरकार के जातीय सफाए के तहत भारतीय पुलिस मुसलमानों पर हमला करते हुए'. इस वीडियो पर उत्तर प्रदेश ने भी तुरंत पलट कर जवाब दिया उनकी 'गलतफहमी' को दूर कर दिया. उत्तर प्रदेश पुलिस ने ट्वीटर पर इमरान खान को जवाब देते हुए साफ किया कि इन वीडियो का उत्तर प्रदेश से कोई लेना-देना नहीं है और यह वीडियो बांग्लादेश के हैं.
Pakistan Prime Minister Imran Khan has deleted all three videos from his Twitter timeline in which he falsely claimed that Police was carrying out a pogrom against Muslims in Uttar Pradesh. https://t.co/NF7iDMliI9
— ANI (@ANI) January 3, 2020
लेकिन, इमरान की सीनाजोरी तब पकड़ में आ गई जब पता चला कि उन्होंने जो वीडियो ट्वीट किया है, वह सिरे से भारत का है ही नहीं. वीडियो बांग्लादेश का निकला. इमरान का पर्दाफाश उत्तर प्रदेश पुलिस ने किया.
This is not from U.P, but from a May,2013 incident in Dhaka,Bangladesh.The RAB(Rapid Action Battalion) written on the vests at 0:21s, 1:27s or the Bengali spoken, or these links would help you be better informed.
— UP POLICE (@Uppolice) January 3, 2020
1. https://t.co/Rp3kcKHz2K
2.https://t.co/zf7qk9bY7M@UPPViralCheck https://t.co/4krjmD38PK
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यूपी पुलिस ने ट्वीट कर बताया कि वीडियो उत्तर प्रदेश का नहीं है. यह मई 2013 में बांग्लादेश के ढाका की घटना का है. वीडियो में इमरान ने पुलिस के जिन जवानों को उत्तर प्रदेश का बताया, उनकी वर्दी पर आरएबी लिखा हुआ है. आरएबी (रैपिड एक्शन बटैलियन) बांग्लादेश पुलिस की आतंकरोधी इकाई है. हालांकि बाद में इमरान खान ने ट्वीट डिलीट कर लिया.
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